जनता दल यू में गुटबाजी फिर आई सतह पर, आरसीपी सिंह के ‘मिशन’ को ललन सिंह ने किया दरकिनार
विश्वपति
पटना। जदयू में एक बार फिर आंतरिक गुटबाजी खुलकर सामने आ गया। केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बीच का मतभेद आम जनता और कार्यकर्ताओं के बीच खुलकर सामने आ गया।
ललन सिंह ने साफ तौर पर आरसीपी सिंह के किसी भी अभियान की जानकारी होने से मना कर दिया और कहा कि जनता दल यू को मजबूत करने का अधिकार प्रदेश अध्यक्ष के पास है और वह संगठन का काम बखूबी देख रहे हैं।
आरसीपी सिंह एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बीच विवाद गहरा रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने ऐलान किया कि सीएम नीतीश के जन्मदिन 1 मार्च से अगले एक साल तक पूरे बिहार में अभियान चलेगा। चार लाख लोगों को पार्टी से जोडेंगे। इस अगले दिन यानि आज शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बिना नाम लिए साफ कर दिया कि आरसीपी सिंह ने कौन से अभियान चलाने की बात कही है वे ही बतायेंगे।
हमें इस बारे में जानकारी नहीं।
पत्रकारों से बातचीत में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आरसीपी सिंह का नाम लिए बिना कहा कि वे कौन सा अभियान या सदस्यता अभियान चला रहे हैं , वे ही बतायेंगे। जहां तक पार्टी के संगठन का काम है तो यह चल रहा है। हमारे प्रदेश के अध्यक्ष उमेश कुशवाहा इसको लेकर रात-दिन मिहनत कर रहे हैं।
पार्टी संकल्पित है कि हमारे यहां नेता एक हैं । जो लोग पार्टी के लिए समर्पित हैं उन्हें पूर्ण सम्मान और जिम्मेदारी मिलेगी।
विशेष राज्य के मुद्दे पर कहा कि बिहार को वाजिब हक मिलना ही चाहिए। हम अपना हक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग रहे हैं। इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा व जेडीयू के बीच कोई विवाद नहीं है बल्कि बनाया गया है। जेडीयू एनडीए गठबंधन में है। बिहार की सरकार दोनों दल के सहयोग से चल रही है।
हम बिहार की हक को प्रधानमंत्री से मांग रहे हैं। अगर हम अपना हक नहीं मांगेंगे तो हम राज्यवासियों से न्याय नहीं कर रहे। यह मांग किसी व्यक्ति से है नहीं हम तो पीएम मोदी से मांग रहे हैं। प्रधानमंत्री से हक मांगने का अधिकारी सबको है। उन्होंने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा मांगने के सवाल पर पूरे बिहार वासी एकजुट हैं और प्रधानमंत्री को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा।