vijay shankar
पटना ; राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि भाजपा और जदयू नेताओं को जनता के मूल मुद्दों पर बोलने के लिए कोई शब्द नहीं है । इन्हें केवल झूठ बोलने और दुष्प्रचार करने की हीं ट्रेनिंग दी जाती है। इनके शीर्ष नेता भी बड़ी बेवाकी से झूठ बोलने में संकोच नहीं करते।
राजद नेता ने कहा कि सोलह वर्षों से सत्ता में रहने के बावजूद उनके पास कहने के लिए कुछ है नहीं। चुकी इतने दिनों में लोगों को सपने दिखाने और भ्रमित करने के अलावे कुछ किया हीं नहीं है। झूठ की बुनियाद पर खड़ी अपनी इमारत को ढहते देख इनके वरिष्ठ नेताओं के बयानों में भी काफी विरोधाभास रहता है। किसी भी सवाल पर कैबिनेट का एक स्वर होना चाहिए। पर यहाँ तो अजीब सरकार है । मुख्यमंत्री जी खुद अपने मंत्रीयों के बयानों का खंडन कर देते हैं ।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि कैबिनेट का मंत्री कहते हैं कि बिहार को विशेष राज्य की दर्जा देने की माँग अब छोड़ दिया गया है तो मुख्यमंत्री कहते हैं कि हम इस माँग पर कायम हैं। इसी प्रकार इनके उधोग मंत्री कह रहे हैं कि बिहार में उधोग स्थापित करने के लिए जमीन की कमी नहीं है , सरकार के पास छह हजार एकड़ जमीन अभी उपलब्ध है तो मुख्यमंत्री कहते हैं कि जमीन के अभाव में नये उधोग नहीं लग रहे हैं। इसी प्रकार जातीय जनगणना को लेकर कैबिनेट के मंत्रियों के बयान में काफी विरोधाभास है। पता नहीं यह सरकार है या चों – चों का मुरब्बा।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि जिस सरकार के मंत्रियों के बयानों मे इतना विरोधाभास है उस सरकार की विश्वसनीयता हीं आज सवालों के घेरे मे है। और यैसी सरकार जनहित में कोई काम कर हीं नहीं सकती । इसलिए भाजपा और जदयू नेताओं को पहले अपनी खोई विश्वसनीयता को स्थापित करने के लिए चिंतन मनन करने की आवश्यकता है।