Vijay shankar
पटना। बिहार जद(यू.) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रत्यक्ष रूप से जाति आधारित गणना के विरोध में खड़े होने की साहस नहीं है इसीलिए भाजपा अपने पिट्ठू और सहयोगियों के सहारे जाति आधारित गणना में अड़ंगा लगाने का काम कर रही है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की इधर उधर की बात करने के बजाए भाजपा को जाति आधारित गणना पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। उनके दोहरी नीति से प्रदेश की जनता में ऊहापोह और अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। जातीय गणना पर भाजपा का दोमुंहा रवैया बिहार के हित में कत्तई नहीं है।
आगे उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना और आर्थिक सर्वेक्षण के विरोध में कोर्ट में याचिका दायर करने वाले लोग भाजपा के राजनीतिक एजेन्ट हैं। भाजपा के इशारे पर ही उनलोगों ने माननीय न्यायालय में जातीय गणना के खिलाफ याचिका दायर करने का काम किया है और बिहार की जनता इस बात को अच्छे से समझती है।
प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जब बिहार के शिष्टमंडल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से जाति आधारित गणना कराने के पक्ष में उनसे मिलने गए थे तब भाजपा के लोग भी उसमें शामिल थे। सर्वदलीय बैठक में भी भाजपा ने जाति आधारित गणना के पक्ष में अपनी सहमति जताई थी लेकिन आज जब कोर्ट द्वारा जातीय गणना पर अंतरिम रोक लगाने का आदेश जारी हुआ है तो भाजपा के लोग जश्न मना रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जातीय गणना को लेकर भाजपा की नीयत साफ नहीं है। इनकी मानसिकता दलित और गरीब विरोधी है। शोषित समाज सशक्त होते देखना भाजपा को पसंद नहीं आ रहा है इसीलिए ये लोग जानबूझकर जातीय गणना में अड़ंगा लगा रहें हैं।