विजय शंकर
पटना । भाजपा के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा ने विधान सभा अध्यक्ष के चुनाव में आज हुए शक्ति परीक्षण में भाजपा की जीत के बाद कहा कि अनावश्यक आरोप-प्रत्यारोप स्वस्थ प्रजातंत्र के लिये हितकर नहीं है । विपक्ष की जोर आजमाईश के बाद भी 114 वोट के मुकाबले एनडीए के उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा को 126 वोट मिले I इस प्रकार वे 12 वोट के अंतर से चुनाव जीत गए I लेकिन, पिछले दो दिनों से जो भी देखने में आ रहा है, उससे मैं दुखी हूँ । यह प्रजातंत्र के लिए अच्छा नहीं है। चुनाव के दौरान आरोप-प्रत्यारोप तो होते ही हैं । लेकिन, जब विधान सभा का गठन हो गया है, तो सभी दलों को, सभी नेताओं को मिलकर बिहार के विकास के बारे में बात करनी चाहिए । बिहार कैसे समृद्ध हो, संपन्न हो, आगे बढ़े इसकी चिंता होनी चाहिये । अब भी तरह-तरह के विवाद उत्पन्न किये जा रहे हैं, वह उचित नहीं है। प्रजातंत्र का एक नियम है जो एक शेर के माध्यम से मैं कहना चाहूँगा । ‘‘दुश्मनी जमकर करो, पर इतनी गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त बन जायें, तो शर्मिंदा न हो।’’
उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव तो शांतिपूर्वक संपन्न हो चुके हैं। नई विधान सभा का विधिवत गठन भी कर दिया गया है। विधान सभा का नया सत्र भी शुरू हो गया है । विधान सभा अध्यक्ष का चुनाव भी आज हो गया है । जब भी बहुमत का अंतर ज्यादा नहीं रहता है, तो शक्ति परीक्षण की गुजांइश रहती ही हैं । लेकिन अनावश्यक आरोप-प्रत्यारोप स्वस्थ प्रजातंत्र के लिये हितकर नहीं हो सकता , इसलिए अब जरुरत है कि सभी नेता मिलकर बिहार के विकास की बात सोचे , न कि सरकार को गिराने में उर्जा जाया करें ।