– अधिकारी को पीट कर अधमरा करने वालों की तीन दिन बाद भी गिरफ्तारी नहीं
– अपराध और भ्रष्टाचार को संरक्षण देना बंद कर 2005 के फार्म में लौटें नीतीश कुमार
– केवल दिखावे के लिए बयान दे रहे तेजस्वी यादव, सख्ती की हिम्मत नहीं

नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो

पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना में कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह पर जानलेवा हमला करने के आरोपी तनुज यादव और नयन यादव रिश्ते में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के पोते हैं, इसलिए पुलिस ने दोनों को बचाने के लिए मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया है, जबकि आरोपियों के विरुद्ध एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के अन्तर्गत कार्रवाई करनी चाहिए थी।
श्री मोदी ने कहा कि एक अधिकारी को गाड़ी से खींच कर उसके बेहोश होने तक लाठी-डंडे से पीटना लॉ एंंड आर्डर की सामान्य घटना नहीं, बल्कि पब्लिक आर्डर बिगड़ने का मामला है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद से हाथ मिला कर अपराध और भ्रष्टाचार, दोनों से समझौता कर लिया इसलिए इस राज में पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों पर लगातार हमले हो रहे हैं, डीएम की गाड़ी में टक्कर मारी जा रही है और दरोगा को ट्रैक्टर से कुचला जा रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार और अपराधियों को संरक्षण देने के विभिन्न आरोपों में घिरे लालू-राबड़ी परिवार का बचाव करना छोड़ कर नीतीश कुमार को अब 2005 के अच्छे प्रशासक वाले रूप में लौटना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कार्यपालक अधिकारी पर हमले के तीन दिन बाद भी मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई,क्योंकि वे दोनों लालू प्रसाद के रिश्तेदार हैं और जमीन कब्जा करने जैसे कई गंभीर मामलों में संलिप्त नागेंद्र राय के बेटे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि पुलिस ने जीवन-मृत्यु के बीच जूझते अधिकारी के विरुद्ध हमलावरों की प्राथमिकी को तो गंभीर धाराओं में दर्ज किया, जबकि पीड़ित अधिकारी की प्राथमिकी को ही बहुत कमजोर धाराओं के तहत दर्ज किया ।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव केवल दिखावे के लिए “सख्त कार्रवाई” करने वाला बयान दे रहे हैं और पुलिस ने भी दिखावे के लिए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया । सब-कुछ स्क्रिप्टेड है।

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