बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। चंद दिनों के अंदर चुनाव की अधिसूचना जारी होने की अटकलों के बीच केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार को चुनाव कर्मियों को जल्द से जल्द टीका लगाने का निर्देश दिया है।
केंद्र की ओर से कहा गया है कि चुनावकर्मियों को पहली पंक्ति के कोरोना योद्धाओं का दर्जा देना होगा। उनके लिए जल्द से जल्द टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करना होगा और उसे जल्द खत्म भी करना होगा।
केंद्र के निर्देश के बाद राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी समस्त जिलाधिकारियों और वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक करने में जुट गए हैं। गौरतलब है कि बंगाल में एक लाख से अधिक मतदान केंद्र हैं, जिनमें बंगाल विधानसभा चुनाव के समय साढे चार लाख चुनावकर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। राज्य सरकार के 40 से अधिक विभागों के सरकारी कर्मचारियों के एक वर्ग को चुनावी ड्यूटी पर लगाया जाएगा। कोलकाता से सटे उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिले में ही चुनावकर्मियों की संख्या क्रमशः 45 व 55 हजार के आसपास होगी।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस, अग्निशमन, नगर निकाय समेत कोरोना से बचाव के कार्य में जुड़े विभिन्न विभागों के कर्मचारियों का नाम प्रथम श्रेणी के कोरोना योद्धा के तौर पर दर्ज करने का काम लगभग पूरा हो चुका है।इनमें करीब साढ़े पांच लाख कर्मी शामिल हैं, जिनमें से एक लाख का कोरोना का टीकाकरण भी हो चुका है। केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को निर्देश देते हुए कहा गया है कि आगामी 20 फरवरी तक सात लाख चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों व साढ़े पांच लाख प्रथम श्रेणी के कोरोना योद्धाओं के टीकाकरण का काम पूरा करना होगा। अब तक जो स्थिति है, उसमें निर्धारित अवधि तक यह काम पूरा होना असंभव मालूम हो रहा है। उसपर अब चुनावकर्मियों के भी टीकाकरण की जिम्मेदारी राज्य सरकार पर आ पड़ी है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि जब केंद्र सरकार ने चुनाव कर्मियों को जल्द से जल्द टीकाकरण का निर्देश दिया है तो इसे पूरा करना ही होगा। बंगाल में विधानसभा चुनाव सिर पर है और मतदाताओं के साथ-साथ चुनाव कर्मियों की सुरक्षा बेहद अहम है। इसलिए राज्य सरकार इसे प्राथमिकता से देख रही है और जल्द से जल्द लक्ष्य को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।