नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो 

पटना : बिहार चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज ने राज्य में औद्योगिक विकास एवं रोजगार सृजन हेतु दिनांक  26 मई 2022 को संपन्न मंत्रिपरिषद की बैठक में बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति (वस्त्र एवं चर्म) नीति 2022 के गठन की मंजूरी का गर्म जोशी से स्वागत किया है तथा इसके लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार एवं माननीय उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन के प्रति आभार व्यक्त किया है ।

               मंत्रिपरिषद से बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति (वस्त्र एवं चर्म) नीति 2022 के गठन की मंजूरी की सूचना के उपरान्त अध्यक्ष श्री पी0 के0 अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री एन0 के0 ठाकुर एवं श्री मुकेश कुमार जैन, महामंत्री श्री अमित मुखर्जी, कोषाध्यक्ष श्री विशाल टेकरीवाल, संयोजक श्री सुभाष कुमार पटवारी एवं श्री ए0 के0 पी0 सिन्हा, पूर्व महामंत्री श्री पशुपति नाथ पाण्डेय, पूर्व कोषाध्यक्ष श्री सुबोध कुमार जैन, कार्यकारिणी सदस्य श्री सुनील सर्राफ एवं श्री अजय कुमार गुप्ता तथा वरीय सदस्य श्री आशीष प्रसाद ने हर्ष एवं उल्लास के साथ स्वागत किया ।

               श्री अग्रवाल ने कहा कि बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति (वस्त्र एवं चर्म नीति) के आने से वस्त्र, पोशाक, रेशम विद्युत चरखा, चमड़ा सभी तरह के जूते तथा सम्बद्ध उद्योगों के समग्र प्रक्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा तथा निवेशक प्रोत्साहित होंगे । उन्होंने आगे बताया कि इस नई नीति में निवेशकों को बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति, 2016 के अन्तर्गत मिलने वाले लाभों के अतिरिक्त इकाइयों को पावर टैरिफ, रोजगार अनुदान, पूंजीगत अनुदान, फ्रेट सब्सिडी एवं पेटेंट सब्सिडी का भी प्रावधान किया गया है, जो काफी प्रशंसनीय है ।  

               श्री अग्रवाल ने कहा कि बिहारवासियों के लिए यह खुशी की बात है कि माननीय उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय में भी माननीय मंत्री के रूप में रह चुके हैं और उन्हें देश के विभिन्न भागों में स्थित टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज के बारे में अच्छी तरह से पता है और उसकी स्थिति से पूर्णरूपेण अवगत भी हैं उसका लाभ बिहारवासियों को अवश्य मिलेगा । 

               श्री अगवाल ने आशा व्यक्त की कि जिस तरह से 2021 में लाई गई बिहार की एथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति काफी सफल रही और इसके तहत काफी सारे निवेशकों ने निवेश के लिए अपना प्रस्ताव दिया है साथ ही प्रथम ईथेनॉल की उत्पादन इकाई जो पूर्णिया में स्थित है, उसमें उत्पादन भी प्रारम्भ हो चुका है । उसी प्रकार से बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति (वस्त्र एवं चर्म) नीति 2022 में दी गयी रियायतों और प्रोत्साहनों से देश के अन्य प्रान्तों के निवेशक टेक्सटाइल उद्योग लगाने के लिए आकर्षित होंगे ।

               श्री अग्रवाल ने कहा कि बिहार में टेक्सटाइल कंपनियों को आने से काफी संख्या में बिहार के लोग जो देश के विभिन्न प्रान्तों यथा – पंजाब, राजस्थान, गुजरात एवं अन्य भागों में कार्यरत टेक्सटाइल कंपनियों में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं उन्हें अपने घर में रोजगार का अवसर मिलेगा । इस उद्योग में मशीन के माध्यम से होनेवाले कार्यों के अतिरिक्त हाथों से भी काफी सारा कार्य होता है इसलिए इस तरह के उद्योगों के आने से राज्य में काफी लोगों को रोजगार मिलेगा ।

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