विजय शंकर
पटना :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष, मुजफ्फरपुर में समाज सुधार अभियान के अंतर्गत मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी एवं शिवहर जिले की संयुक्त समीक्षात्मक बैठक हुई। समीक्षा के दौरान तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त श्री मिहिर कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के
• माध्यम से मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अंतर्गत वाहनों की नीलामी, उत्पाद एवं पुलिस के अधीन जब्त शराब का विनष्टीकरण, उत्पाद वादों की अद्यतन स्थिति उत्पाद आसूचना केंद्र, सतत् जीवकोपार्जन योजना, नीरा उत्पादन आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन कार्यक्रमों से संबंधित प्रतिवेदन में बाल विवाह की स्थिति, दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत दर्ज कांडों की विवरणी जन जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन हेतु किये जा रहे कार्य एवं मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के संबंध में भी जानकारी दी गई।
समीक्षा के दौरान तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त ने थाना / अनुमंडल एवं जिला स्तर पर भूमि विवाद के समाधान की स्थिति, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति अधिनियम के वादों के निष्पादन की स्थिति तथा मुआवजा के संवितरण की स्थिति, सतत् जीविकोपार्जन योजना से संबंधित प्रतिवेदन, हर घर नल का जल योजना की स्थिति, 2021-22 के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति का प्रतिवेदन, 2021 में बाढ़ के दौरान की गई कार्रवाई, मुख्यमंत्री शहरी पेयजल निश्चय योजना का प्रतिवेदन आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने बिहार के 3 जिलों में नीरा का उत्पादन का कार्य बहुत अच्छे ढंग से शुरु कराया था। कोरोना के कारण यह कार्य शिथिल पड़ गया है। नीरा का उत्पादन शुरू करायें नीरा के व्यवसाय से आमदनी में तीन से चार गुणा की वृद्धि होगी। नीरा उत्पादन को बढ़ावा दें। नीरा स्वास्थ्यवर्द्धक, उपयोगी एवं स्वादिष्ट पेय पदार्थ है। नीरा उत्पादन के कार्य को बाहर के व्यापारी से भी लिंक करायें ताकि नीरा का व्यवसाय और फायदेमंद हो सके। तमिलनाडू की टीम यहाँ आयी थी और सर्वे के दौरान कहा था कि यहां के ताड़ के वृक्ष में तमिलनाडू की अपेक्षा नीरा उत्पादन की ज्यादा क्षमता है। उन्होंने कहा कि परंपरागत रूप से ताड़ी के कारोबार से जुड़े समुदाय को नीरा उत्पादन के लिए प्रशिक्षित करायें। नीरा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रचार-प्रसार भी करायें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के उन्मूलन हेतु लगातार अभियान चलाते रहने की जरुरत है। 2 अक्टूबर 2017 को पटना के बापू सभागार का उद्घाटन बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के कार्यक्रम से हुई थी। बाल विवाह के सबसे ज्यादा मामले बिहार एवं उत्तर प्रदेश से आते हैं। बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के दुष्परिणामों से लोगों को अवगत करायें। उन्हें बतायें कि यह बुरी चीज है, गैरकानूनी चीज है। कम उम्र में विवाह होने से जन्म देनेवाली माताओं के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है एवं पैदा होने वाले बच्चे
अस्वस्थ और बौनेपन के शिकार होते हैं। उन्होंने कहा कि इंटर तक के सभी सरकारी एवं ● प्राइवेट स्कूलों में लड़के एवं लड़कियों के बीच बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाकर इसकी जानकारी दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत लाभुकों के लंबित
राशि का भुगतान जल्द से जल्द करायें। उन्होंने कहा कि भूमि विवाद का समाधान के लिए जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक थाना, अनुमंडल एवं जिला स्तर पर सतत् निगरानी करें। अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के अधिनियम के मामलों में लंबित मुआवजा राशि का भुगतान जल्द करायें। हर घर नल का जल योजना का कार्यान्वयन ठीक ढ़ंग से हो इस पर नजर रखें। अगर जनप्रतिनिधि इस संबंध में कोई शिकायत करते हैं तो उसका भी समय पर जांच कर समाधान करायें। उन्होंने कहा कि बिहार में पहले धान अधिप्राप्ति नहीं होती थी हमने वर्ष 2007 से धान अधिप्राप्ति की शुरुआत करायी। पिछले वर्ष 34 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की अधिप्राप्ति हुई थी। इस वर्ष 45 लाख मीट्रिक टन धान की अधिप्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
समीक्षा बैठक में मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी एवं शिवहर जिले के विधायक एवं विधान पार्षदगणों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं रखीं, जिसके निष्पादन का मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री सुनील कुमार, राजस्व एवं
भूमि सुधार मंत्री श्री रामसूरत कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री श्री जयंत राज, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री जमां खान, सांसदगण, विधायक एवं विधान पार्षदगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त श्री आमिर सुबहानी, पू • महानिदेशक श्री एस०के० सिंघल सहित संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, सूचना एवं जन संपर्क विभा सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, मुजफ्फर वैशाली, सीतामढ़ी एवं शिवहर जिले के जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे। बैठक की समाप्ति के पश्चात् मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया।