मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के सर्वेक्षण के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से की बातचीत

विजय शंकर 
पटना,: दरभंगा और मधुबनी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण करने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीा कुमार ने कहा कि वे बाढ़ प्रभावित इलाकों का लगातार हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं। इसके साथ ही मौके पर जाकर स्थिति का जायजा भी ले रहे हैं। आज हमलोगों ने दरभंगा और मधुबनी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है। कुशेश्वरस्थान पहुॅचकर भी हालात का जायजा लिया है। कुशेश्वरस्थान वर्ष में 6 माह बाढ़ के पानी से घिरा रहता है। हमने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के साथ ही उस इलाके की पूरी स्थिति की जानकारी ली है। हमलोगों ने राहत केंद्रों में जाकर देखा कि लोगों को जो मदद मिलनी चाहिए वो मिल रही है या नहीं। राहत केंद्रों पर लोगों के रहने और उनके भोजन का इंतजाम किया गया है। बाढ़ प्रभावित परिवारों को प्रति परिवार 6000 रुपये की मदद दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभंगा और मधुबनी जिलों में कई जगहों पर बाढ़ का पानी घटा है लेकिन कुछ जगहों पर अगर पानी एक बार जमा हो जाता है तो जल्दी निकलता नहीं है, इससे लोगों को परेशानी होती है। नदियों पर तटबंधों के निर्माण से लोगों को बाढ़ से राहत मिलेगी, इस पर भी काम चल रहा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी पूरी स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं।
जातीय जनगणना को लेकर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने प्रधानमंत्री से मिलकर अपनी सारी बातें उन्हें बता दी हैं। अब निर्णय उन लोगों को लेना है। इस पर वे क्या निर्णय लेंगे उस बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं है। अभी जनगणना प्रारंभ नहीं हुई है, हमलोग इंतजार कर रहे हैं। हमलोगों की भावना है कि पूरे देश में जातीय जनगणना हो, इसको लेकर हमलोगों ने अपनी बातें रख दी हंै।
कोरोना काल में बेरोजगारी की समस्या को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण पूरी दुनिया की क्या स्थिति हुई है वो सबको मालूम है। राज्य में भी इसका प्रभाव पड़ा है। इसके कारण कई कार्यों को प्रतिबंधित करना पड़ा था। अब हमने बिहार में 25 अगस्त के बाद सब कुछ खोल दिया है। हमने सभी लोगों से कोरोना प्रोटोकल का पालन करने की अपील की है। कोरोना के कारण काफी लोग प्रभावित हुए और कई लोगों की जानें चली र्गइं। उन्होंने कहा कि काम अवरुद्ध होने से कई प्रकार का नुकसान होता है। पिछले डेढ़ वर्षों से कोरोना का दौर चल रहा है, जिसके कारण काफी नुकसान हुआ है। कोरोना के कारण लोगों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। लोगों को राहत और रोजगार देने को लेकर काम किया जा रहा है।
वैशाली के अशोक स्तंभ के जलमग्न होने को लेकर पत्रकारो के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है। जल संसाधन, आपदा प्रबंधन विभाग के साथ ही प्रशासन के लोग एक-एक चीज को देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को अलर्ट रहना है और प्रभावित लोगों की सहायता करनी है।
पी0एम0 मैटेरियल के संबंध में पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सब फालतू बातें हैं, इसकी चर्चा मत कीजिए। पार्टी की मीटिंग में नेता लोगों को जो मन में आता है, वे बोल देते हैं। हमलोगों की पार्टी की मीटिंग इसके लिए नहीं थी, दूसरे काम के लिए मीटिंग बुलाई गई थी। पार्टी के अध्यक्ष के निवार्चन का अनुमोदन और पार्टी के संविधान में संशोधन के साथ ही जातिगत जनगणना को लेकर मीटिंग में चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी नेता के बोलने का मतलब यह नहीं है कि यह पूरी पार्टी का निर्णय है। इसे लेकर क्षमा कीजिएगा, हम इन सब बातों को नहीं जानते हैं।

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