नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज लालू प्रसाद की सजा और जातिगत जनगणना पर अपनी बात रखी।
नीतीश ने कहा कि लालू प्रसाद पर पहले आरोप लगे तो कुर्सी से हटना पड़ा। फिर उन्होंने अपनी पत्नी को बिठा दिया। कोर्ट से सजा हुआ है तो हम उस पर क्या बोलें।
हम तो केस किये नहीं थे? केस करने वाले आज कल उनके ही दल में हैं। लोगों को जरा नाम याद करा दीजिए।
मुख्यमंत्री ने लालू प्रसाद की सजा पर कहा कि हम न केस किये थे और न कराये थे। आज जो लोग उनके साथ हैं वो ही केस कराने वाले लोग हैं।
केस करते समय वो लोग हमारे पास भी आये थे. हमने कहा था न-न हम केस में नहीं पड़ते हैं। नीतीश कुमार ने बिना नाम लिये शिवानंद तिवारी पर हमला बोला और कहा कि एक आदमी हैं जो आज कल वहीं हैं। केस कराने वाले लोग उन्हीं के तरफ हैं।
लालू प्रसाद को सजा हुई है तो उसके बारे में हमें कुछ नहीं कहना है। हम न केस किये थे न कुछ किये थे। जो केस किये थे उन्हीं से पूछिए। कोर्ट में ट्रायल हुआ सजा हुआ। वैसे वे ऊपरी अदालत में जा सकते हैं।
जातिगत जनगणना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कई राज्य में चुनाव हैं। बीजेपी के बारे में कहा कि ये लोग ऊपर में बात करेंगे .लेकिन लोग अभी चुनाव में व्यस्त हैं। हमें लगता है कि सब हो जायेगा।
तेजस्वी पर तंज कसते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि अब सदन शुरू होने वाला है। इसलिए तो बोल रहे हैं।
प्रशांत किशोर से मुलाकात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो एक दफे बात किया है? सब लोगों से बात होती है. कोई राजनीतिक बात नहीं हुई है। लेकिन व्यक्तिगत रूप से लोग संबंध रखते ही है। हम कोरोना से पीड़ित हुए थे तो फोन किया था । दिल्ली जाने पर मुलाकात हुई। इन सब चीजों का राजनीति से लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। फिलहाल बिहार सरकार के ऊपर कोई खतरा नहीं है विपक्ष सिर्फ मोबाइल के पाले हुए हैं।