विजय शंकर
पटना । कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने लॉकडाउन के दौरान भाजपा जदयू के द्वारा दूसरे प्रदेशों में फंसे प्रवासी मजदूर, जो अपने घर बिहार आ रहे थे, को लेकर वीडियो जारी किया है । उसमें दिखाया गया है कि लोगों को मदद के बजाय जिस तरह से सरकार ने पुलिसिया अत्याचार करवाया तथा उसे भूखे प्यासे नंगे पांव अपने परिवार के साथ चलने को मजबूर कर दिया था । उन मसलन को लेकर एक वीडियो के जरिए जिसमें प्रत्यक्ष तौर पर पूरी घटनाक्रम का जिक्र किया गया है, उसे ट्वीट करते हुए करारा प्रहार नीतीश सरकार पर किया है ।
तत्पश्चात कांग्रेस के द्वारा सोशल मीडिया पर “बिहार चाहे महागठबंधन” (#बिहारचाहेमहागठबंधन)अभियान चलाया, इसके तहत हर कोई अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिख रहा था,कि अब बिहार में भाजपा जदयू के गलत नीतियों से लोग किस तरह उब चुका है । जैसे चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के सभाओं में लोगों का कम संख्या में पहुंचना एवं उनके तमाम नेताओं द्वारा किए जा रहे जनसभाओं में लोग अपना किस तरह आक्रोश प्रकट कर रहे हैं । दो चरणों के हुए चुनाव में बिहार के लोग अब महागठबंधन की सरकार बनाने को लेकर पूरी तरह गोल बंद हो चुके है । इन बातों को हर कोई बताने की कोशिश कर रहा था अपने पोस्ट के माध्यम से। जब तक राहुल गांधी बिहार में जनसभा को संबोधित करते रहे तब तक यह ट्रेंड राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेंड करता रहा।
वहीं दोपहर बाद “कुशासन बाबू का रिपोर्ट कार्ड”(#कुशासनबाबूकारिपोर्टकार्ड) ट्विटर पर अभियान चलाया गया जिसमें किस तरह भाजपा जदयू के शासनकाल में महिलाओं पर होते अत्याचार, सरकार के संरक्षण में मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड जैसे घृणित घटनाएं, क्राइम का बढ़ता ग्राफ, अस्पतालों की दयनीय स्थिति, शिक्षा का गिरता स्तर, किसानों की बदहाली, बाढ़ की विभीषिका को रोकने के लिए कोई कदम ना उठाना, अपने हक और अधिकार के लिए आवाज उठाने वाले शिक्षक,आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, बेरोजगार युवा पर किस तरह भाजपा जदयू के सरकार ने लाठियां चलवाई थी,उन तमाम मसलन को उठाते हुए,हैशटैग #कुशासनबाबूकारिपोर्टकार्ड अभियान देशभर में ट्रेंड किया। इस अभियान के तहत कांग्रेस ने भाजपा जदयू सरकार के 15 वर्षों के शासनकाल का पूरी तरह ट्विटर पर पोस्टमार्टम कर दिया।