– इससे घरेलू हिंसा और सड़क हादसों में कमी आयी, सरकार केवल राजस्व के लिए फैसले नहीं लेती
विजय शंकर
पटना : राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर आज कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी एक साहसिक फैसला है। भाजपा इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ है।
गुजरात में आजादी के बाद से मद्यनिषेध लागू है। वहां की भाजपा सरकारों ने इसे जारी रखा।
बिहार ने भले ही देर से इस सामाजिक बुराई पर रोक लगाई, लेकिन अब शराबबंदी को आम लोग स्वीकार कर चुके हैं।
उन्होंने कहा , मद्यनिषेध से भले ही राजस्व का नुकसान हुआ, लेकिन इससे घरेलू हिंसा और सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी आयी। स्कूल-कालेज और आफिस के लिए घर से निकलने वाली लड़कियों-महिलाओं को शराबबंदी लागू होने से बड़ी राहत मिली। कोई कल्याणकारी राज्य केवल राजस्व बढाने पर ध्यान रख कर फैसले नहीं करता।
उन्होंने कहा कि कड़े कानून लागू होने के बावजूद हत्या, बलात्कार, डकैती, दहेज प्रताड़ना जैसे अपराध होते हैं, लेकिन कोई भी समझदार व्यक्ति किसी घटना के बाद इन कानूनों को समाप्त करने की बजाय इसमें सुधार या क्रियान्वयन में चुस्ती लाने की बात करता है, कानून खत्म करने की नहीं।
शराबबंदी कानून में भी यदि त्रुटियां हैं या इसे लागू करने में गलती हो रही है, तो उसे फूलप्रूफ बनाने के उपाय किये जाने चाहिए।