विजय शंकर
पटना: पटना उच्च न्यायालय की जानी मानी महिला अधिवक्ता और एडवोकेट एसोसिएशन की पूर्व संयुक्त सचिव, श्रीमती छाया मिश्र ने, झंझारपुर मै अपर सत्र न्यायाधीश अविनाश कुमार पर उनके कोर्ट रूम मैं दो पुलिस अधिकारी द्वारा मार पीट की घटना की निंदा करते हुए कहा” अभी तक तो हमलोग अपराधियों से सुरक्षा की मांग करते रहे,लेकिन अब हमे पुलिस से ही सुरक्षा की ज़रूरत है”।
श्रीमती छाया मिश्र ने दोनो अधिकारयों की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग की और साथ ही साथी वकीलों से निवेदन किया कि वे इन दोनो अपराधी पुलिस वालो के लिए पैरवी नही करे और उन्हे जमानत के स्तर पर और मुकदमे मै भी कोई वकील नहीं मिले, ऐसी व्यवस्था अधिवक्ता संघ सुनिश्चित करे ।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मधुबनी में गुरुवार को एक थानेदार और दारोगा ने जज पर ही पिस्टल तान दिया। यही नही बचाव करने पर जज के पेशकार की बुरी तरह पिटाई कर दी गई। यह सब तब हुआ जब जज साहब कोर्ट में एक अन्य मामले की सुनवाई कर रहे थे। घटना है मधुबनी जिले के झंझारपुर की । घटना के बारे में प्रत्यक्षदर्शी वकीलों ने बताया कि आज दोपहर उन्होंने एडीजे प्रथम अविनाश कुमार के चेंबर में शोर शराबा होते सुना. मारपीट औऱ गालीगलौज की आवाज सुनकर वकील जज साहब के चेंबर की ओर दौड़े. उन्होंने देखा कि दो वर्दीधारी हाथों में पिस्टल लिये भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे हैं औऱ मारपीट कर रहे हैं । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ये वाकया दिन के लगभग सवा दो बजे की है । वकील कोर्ट का काम कर रहे थे, अचानक दो पुलिस पदाधिकारी कोर्ट में घुसे. उनमें से एक घोघरडीहा थाने के थानेदार गोपाल कृष्ण और एक एएसआई अभिमन्यु कुमार था । ये दोनों अचानक से सीधे एडीजे अविनाश कुमार के कक्ष में घुस गये और घुसते ही गाली-गलौज करना शुरू कर दिया । चेंबर में घुसते ही दोनों ने जज को कहा कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गयी कि हमें तलब कर लिया. । तुमको हम एडीजे नहीं मानते। वकील ने बताया कि गाली देते हुए दोनों पुलिसकर्मियों ने जज के साथ मारपीट शुरू कर दी । थानेदार कह रहा था कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गयी एसपी के खिलाफ लिखने की ।
आपको बता दे कि कुछ दिन पूर्व एक मामले की सुनवाई करते हुए एडीजे अविनाश कुमार ने मधुबनी एसपी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्हें कानून का ज्ञान नही है उन्हें ट्रेनिंग में भेजने की जरूरत है।