भारत के UNSC की अध्यक्षता में तालीबान को सरकारी कामकाज संभालने की सशर्त मान्यता दी गई।
13 देशों ने प्रस्ताव को किया स्वीकार, वीटो पावर वाले चीन और रूस ने बनाई दूरी।
/नयी दिल्ली /काबुल : अफगानिस्तान से अमेरिका के आखिरी सैनिक के जाने के बाद भारत की अध्यक्षता में यूनाइटेड नेशन्स सिक्यॉरिटी काउंसिल ने एक प्रस्ताव पर मोहर लगा दी है जिसके तहत तालिबान को अफगानिस्तान में कामकाज संभालने की ‘सशर्त मान्यता; दे दी गई है।
UNSC के प्रस्ताव में कहा गया है कि अफगानिस्तान में तालिबान अस्थायी सरकार की तरह काम कर रहा है ऐसे में उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि वहां आतंकवाद न पनपने पाए। भारत समेत 13 देशों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। हालांकि वीटो पावर वाले चीन और रूस ने इस मामले से दूरी बना ली।
जिस सत्र में इस प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, उसकी अध्यक्षता भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव में जो बातें रखी गई हैं, उनमें अहम है कि अफगानिस्तान की धरती का प्रयोग किसी देश को धमकाने, बदला लेने या फिर आतंकवाद के लिए न किया जाए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसके माध्यम से काबुल को एक कड़ा संदेश देना चाहता है।