बिहार ब्यूरो
पटना. : केंद्र सरकार के गलतियों से अनियंत्रित हुई महंगाई और बेतहाशा मूल्यवृद्धि के खिलाफ बिहार कांग्रेस के नेताओं ने गांधीवादी विरोध के तरीके को अपनाते हुए मखदुमपुर घाट से दीघा घाट तक पदयात्रा निकाल कर विरोध दर्ज कराया।
पटना महानगर कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष शशि रंजन के अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में बिहार प्रदेश कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी भाग लिया।
बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ समीर कुमार सिंह ने पदयात्रा में भाग लेते हुए कहा कि देश की सत्ता पूंजीपतियों के मित्र के हाथों में चली गयी है, जिसने देश की समाजवादी विचारधारा को पूंजीवाद के हाथों में गिरवी बना दिया है। देश की लगभग आधी आबादी गरीबी में जीवन जीने को त्रस्त है और केंद्र की भाजपा सरकार के मुखिया नरेंद्र मोदी झूठी शानों शौकत में गरीबों पर अत्याचार की खुली छूट दे रखी है। कांग्रेस ने आम लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में अपना समय लगा दिया और यह सरकार कुछ वर्षों में ही कांग्रेस के सुधारवादी कार्यक्रमों को नेस्तनाबूद कर दिया।
विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि कांग्रेस ने आम लोगों और मध्यम व गरीबों को ध्यान में रखकर देश की नीतियां बनाती रही है जबकि वर्तमान सरकार ने पूंजीपतियों के समक्ष घुटने टेक कर उनके अनुरूप कार्य करने का काम किया है। घरेलू सिलिंडर से लेकर शिक्षा तक को महंगाई के चपेट में लाकर छोड़ दिया गया है। सरकार को अपनी नीतियों को समय रहते सुधारने की आवश्यकता है वरना कोरोना की मार झेल अभी देश सामान्य भी न हुआ है और उसे महंगाई के दंश को झेलने को मजबूर करना न्यायोचित नहीं है।
बिहार कांग्रेस के संगठन प्रभारी ब्रजेश पांडेय ने कहा कि महंगाई और भाजपा की सरकार में अंतर्संबंध है। दोनों एक दूसरे के साथ गठबंधन में हैं। भाजपा के आने के साथ महंगाई भी देश में आ जाती है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि बिहार के सभी जिलों में आज महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के पदाधिकारी, जिलाध्यक्षों, विधायकों, सांसदों, पूर्व प्रत्याशियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पदयात्रा निकाल विरोध दर्ज कराया। महंगाई और मूल्यवृद्धि देश की ज्वलंत समस्या बनी हुई है, इसके खिलाफ कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता और नेता आम आदमी की आवाज बनकर सड़कों पर उतरे हैं।
पदयात्रा में डॉ. समीर कुमार सिंह, प्रेम चन्द्र मिश्र, ब्रजेश पाण्डेय, राजेश राठौड़, शशि रंजन, लाल बाबु लाल, गुंजन पटेल, नागेन्द्र विकल, कमल देव नारायण शुक्ला, शशि कान्त तिवारी, स्नेहाशीष वर्धन, मृणाल अनामय, संजीव कर्मवीर, सिद्धार्थ क्षत्रिय, वशी अख्तर, प्रदुमन यादव, आर. एन. चौधरी, रुमा सिंह, नीरज कुमार, सुदय शर्मा, गौरव राय, विकाश वर्मा सहित सैकडों कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्त्ता भाग लीये।