दिल्ली में कोरोना बेकाबू, 20 हजार से अधिक संक्रमित, न्यायपालिका भी अछूती नहीं
सुभाष निगम
नई दिल्ली । जानलेवा कोरोना वायरस एक बार फिर से पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। देश की राजधानी दिल्ली, मुंबई सहित कई राज्यों में कोविड-19 बेकाबू होता जा रहा है। संसद से सुप्रीम कोर्ट तक कोरोना का कहर जारी है। संसद भवन में काम करने वाले 400 से ज्यादा कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों की कोविड-19 जांच पॉजिटिव आई है । उधर, सुप्रीम कोर्ट में कोविड संक्रमित होने वाले जजों की संख्या भी तीन दिन में दो गुना हो गई है। और चार जज भी कोविड पॉजिटिव मिले हैं । जनवरी के पहले हफ्ते में 127 रेल अधिकारी-कर्मचारी कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। राजनेता भी कोरोना से बच नहीं पा रहे हैं मगर इनकी संख्या का आकलन नहीं हो पा रहा है । दिल्ली कोरोना वायरस की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। बीते 24 घंटों में 20,181 नए मामले दर्ज किए गए है। वहीँ मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने सम्भावना जताई है कि आज कोविड के मरीज बढ़कर 22 हजार तक पहुँच सकते हैं ।
संसद भवन में 400 से ज्यादा स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं । छह और सात जनवरी को संसद में काम करने वाले कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों का कोविड-19 जांच के लिए सैंपल लिया गया था, जिसमें से 400 से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है । दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के जज भी कोरोना की चपेट में आ रहे है। सुप्रीम कोर्ट में कोविड संक्रमित होने वाले जजों की संख्या भी तीन दिन में दो गुना हो गई है। अब तक चार जज कोविड पॉजिटिव हुए हैं। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के दो जज कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। सर्वोच्च न्यायालय में CJI एनवी रमणा सहित 32 जजों की कोविड पॉजिटिव होने से पॉजिटिविटी रेट 12.5% हो गया है।
दिल्ली कोरोना वायरस की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। बीते 24 घंटों में 20,181 नए मामले दर्ज किए गए है। इस समय अवधि के दौरान 11,869 लोग डिस्चार्ज हुए। वहीं 7 संक्रमितों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 48,178 है। दैनिक पॉजिटिविटी दर 20 फीसदी (19.6) के पास पहुंच गया है। देश के कई बड़े बड़े नेता भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सांसद मनोज तिवारी और बाबुल सुप्रियो तक कोरोना संक्रमित हो गए ।
रेल मंत्रालय में जनवरी के पहले हफ्ते में 127 रेल अधिकारी-कर्मचारी कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें कार्यकारी निदेशक स्तर से लेकर मल्टी टास्क स्टाफ शामिल हैं। कोरोना पॉजिटिव होने वालों में बड़ी संख्या में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान और इंस्पेक्टर शामिल हैं । रेलवे बोर्ड ने एहतियातन बगैर दो टीका लगवाए सभी रेल कर्मियों पर रेल भवन (रेल मंत्रालय) में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही सभी निदेशायलों के प्रमुखों से अधीनस्थ कर्मियों को दो टीका लगवाने के निर्देश जारी किए हैं।
रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए रेल अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची जारी की है। इसमें 7 जनवरी तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए रेल अधिकारियों-कर्मचारियों के नाम, पद, रेल भवन में कक्ष का नंबर, घर का पता, मोबाइल नंबर और रेल मंत्रालय में ड्यूटी के आखिरी दिन का उल्लेख है। मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव की रिपोर्ट सात जनवरी को आई है और संक्रमित हुए 95 फीसदी कर्मी सात जनवरी को रेल भवन में ड्यूटी पर आए हैं। इससे उनके कक्ष और उनसे मिलने आने वालों में कोरोना संक्रमण फैलने का पूरा खतरा है। ये कर्मचारी रेल भवन के ग्राउंउ फ्लोर, प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ व पंचम तल पर बैठते हैं। यानी रेल भवन में सभी फ्लोर में कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। अधिकांश कोरोना पॉजिटिव कर्मी दिल्ली में निवास करते हैं। इसके अलावा नोएडा, पलवल, मेरठ, गाजियाबाद, फरीदाबाद, दौसा (राजस्थान), महेंद्रगढ़, बहादुरगढ़ (हरियाणा) आदि शहरों में निवास करते हैं।