विजय शंकर
पटना : भाकपा-माले के बिहार राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बिहार में खपत के अनुसार यूरिया की आपूर्ति नहीं होने से चारों ओर हाहाकार की स्थिति मची हुई है. इस वर्ष में राज्य में तकरीबन 1 लाख मीट्रिक टन कम यूरिया आया है. पहले बेमौसम की बारिश के कारण धान का बिचड़ा सड़ गया, फसलें नष्ट हो गईं व इसके कारण समय पर रोपनी नहीं हो सकी; फिर बाढ़ ने पूरे राज्य को परेशान कर रखा है और अब यूरिया की समस्या सामने आ रही है.
इस संदर्भ में माले विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कृषि निदेशक सह प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य बीम निगम, पटना को एक पत्र लिखा है. पश्चिम चंपारण का खास उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा है कि जिले में अगस्त 2021 की जरूरत के अनुसार कृषि विभाग के आकलन के आधार पर 13000 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति जयरी है, लेकिन 18 अगस्त तक चंपारण को महज 1000 मीट्रिक टन यूरिया ही उपलब्ध करवाया गया है.
भाकपा-माले की मांग है कि चंपारण सहित पूरे बिहार में आवश्यकता के अनसुार सरकार यूरिया की आपूर्ति की गारंटी का हर संभव प्रयास करे ताकि फसलों की सुरक्षा हो सके.