नयी दिल्ली । विवाह शादी आदि मांगलिक कार्यों पर एक बार फिर ब्रेक लगने जा रहा है। 16 दिसंबर के बाद से अगले चार महीने तक शादी-विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं होगा। इतने लंबे समय तक हिंदू विवाह पद्धति के अनुसार किसी की शादी नहीं हो सकेगी। जानकार बता रहे हैं कि ग्रहों के राजा सूर्यदेव मूल नक्षत्र एवं धनु राशि मे प्रवेश करेंगे। सूर्य का गोचर धनु एवं मीन राशि में होने पर उस माह को खरमास बोलते हैं। 16 दिसंबर, बुधवार की सुबह 6.15 बजे सूर्य मूल नक्षत्र एवं धनु राशि मे प्रवेश करेंगे। इसके बाद खरमास शुरू हो जाएगा और 14 जनवरी 2021 दिन गुरुवार को दिन में 2:03 बजे तक रहेगा।
एक महीने तक खरमास के काल में शादी-विवाद का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। 14 जनवरी, गुरुवार को दिन में 2:03 बजे सूर्यदेव धनु राशि छोड़ शनिदेव की राशि मकर में प्रवेश करेंगे। इसके बाद खरमास समाप्त हो जाएगा। मकर राशि में प्रवेश के साथ ही सूर्य देव उत्तरायण हो जाते हैं और यह समय शादी-विवाह और अन्य शुभ कार्यों के लिए अति विशिष्ट होता है। हालांकि इस बार 14 जनवरी के बाद भी कुछ अलग योग बनने से शादी-विवाह का योग नहीं बन पा रहा है। 16 जनवरी को सूर्य देव गुरु के पश्चिम दिशा में अस्त होकर 12 फरवरी को उदित होंगे। वहीं सुख-संपन्नता के कारक ग्रह शुक्र 17 फरवरी 2021 को पूर्व दिशा में अस्त हो जाएंगे, जो 19 अप्रैल को पश्चिम दिशा में उदित होंगे।
सूर्य देव के 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन राशि में होने के चलते खरमास लगा रहेगा। सूर्य, बृहस्पति एवं शुक्र की स्थिति अच्छी नहीं होने से विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं मिलेगा। यही कारण है कि 16 दिसम्बर 2020 से 22 अप्रैल 2021 तक वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो पाएंगे। वैवाहिक कार्यक्रम 22 अप्रैल 2021 के बाद ही शुरू हो पाएंगे।