लव जिहाद के 400+ मामलों की सूची जारी करते हुए विहिप ने की धर्मांतरण विरोधी कठोर केन्द्रीय कानून की मांग व देशव्यापी कार्यक्रमों की घोषणा
सुभाष निगम
नई दिल्ली। “लव जिहाद” जिहाद के विभिन्न स्वरुपों में सबसे वीभत्स, क्रूर और अमानवीय है। लव जिहाद की 400 से अधिक घटनाओं की सूची जारी करते समय विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने आज कहा कि सामाजिक असंतोष और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति खतरे निर्माण करने वाले लव जिहाद और अवैध मतांतरण को रोकने के लिए एक सशक्त केंद्रीय कानून की प्रबल आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि केरल उच्च न्यायालय ने 2010 में लव जिहाद को मतांतरण का सबसे वीभत्स स्वरुप बताया था। इसको मात्र कुछ विकृत मानसिकता वाले जिहादी युवकों की क्रूरता कहकर टाला नहीं जा सकता। इसके पीछे मुल्ला-मौलवी व कट्टरपंथी मुस्लिम नेताओं की प्रेरणा और टुकडे टुकडे गैंग का संरक्षण काम करते हैं। केरल की हादिया के मामले में यह स्पष्ट हो गया था कि पीएफआई जैसे आतंकवादी संगठन नामी गिरामी वकीलों को करोड़ों रूपए की फीस देकर जिहादियों के पक्ष में खड़ा कर देते हैं। इसके लिए उन्हें विदेशों से अकूत धन-राशि प्राप्त होती है।
डॉ जैन ने कहा कि अवैध मतांतरण और लव जिहाद के आतंकी गठजोड़ और इसके अंतरराष्ट्रीय स्वरूप के कारण उसे केवल कुछ राज्यों में कानून बनाने से नहीं रोका जा सकता। इसके लिए एक राष्ट्रव्यापी संकल्प जरूरी है जो एक सशक्त राष्ट्रीय कानून से ही व्यक्त होगा। श्रद्धा मामले में इसका वीभत्सतम स्वरूप सामने आया है। केरल व कर्नाटक का चर्च 10,000 ईसाई लड़कियों को लव जेहाद की शिकार बताता है तो हैदराबाद में 2000 लड़कियां गायब हो गई जिनके बारे में वहां का उच्च न्यायालय राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांग रहा है। हिमाचल, लद्दाख जैसे शांतिप्रिय राज्य भी लव जिहाद से त्रस्त होकर आक्रोश की ओर बढ़ रहे हैं। केरल में तो चर्च ने यह भी आरोप लगाया है कि उनकी लड़कियों को फंसाकर सीरिया और अफगानिस्तान भेजा जा रहा है।
ऐसी परिस्थिति में सरकारों के साथ सामाजिक संगठनों की भी भूमिका इस मानसिकता का शमन करने में बहुत महत्वपूर्ण है। पिछले दिनों सर तन से जुदा गैंग काफी तेजी से सक्रिय हुआ था। तब बजरंग दल द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर 13000 से अधिक कॉल आईं। इनमें से 6285 केवल जानकारी के लिए थी, लगभग 5605 का समाधान किया गया व 9783 कॉल्स के माध्यम से युवा वर्ग बजरंग दल से जुड़ा।
उन्होंने धर्मांतरण के विरुद्ध बिगुल फूंकते हुए राष्ट्रव्यापी जन जागरण अभियान की घोषणा की। उन्होंने बताया कि एक ओर जहां बजरंग दल 1 से 10 दिसंबर तक हर प्रखंड में शौर्य यात्राएं निकालेगा वहीं, विश्व हिंदू परिषद 21 से 31 दिसंबर तक धर्म रक्षा अभियान चलाएगी। दुर्गा वाहिनी के माध्यम से भी युवतियों में जागरण कर एक प्रतिरोधक शक्ति का निर्माण किया जाएगा।
डॉ सुरेंद्र जैन ने मुल्ला मौलवी और कट्टरपंथी मुस्लिम नेताओं को चेतावनी दी कि वे “अपनी जुबान और अपने जवान” दोनों को नियंत्रण में रखें। भारत में मुस्लिम समाज को विकास के लिए हिंदुओं से भी ज्यादा अधिकार हैं परंतु हर मुद्दे पर भड़काने का प्रयास मुस्लिम समाज को विकास नहीं, विनाश के आत्मघाती मार्ग पर धकेलेगा। लव जिहाद, घृणा, पाशविक वासना व हिंसा जिस प्रकार की प्रतिक्रिया निर्माण करते हैं उसके अनुभव संपूर्ण विश्व में आ रहे हैं। प्रेस वार्ता में धर्म प्रसार विभाग के प्रमुख सुधांशु पटनायक, बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दोनेरिया व प्रचार प्रमुख विजय शंकर तिवारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।