देवेंद्र

निरसा-(धनबाद): जिस मां ने अपने बच्चे को 9 महीने अपने गर्भ में रखा, उसके पश्चात उसे जन्म दिया। लेकिन गरीबी का आलम यह है कि अपने जिगर के टुकड़े को दूसरे को देने को मजबूर हो गई। ऐसी ही एक दिल को झंझोर देने वाली घटना निरसा के मडवा पंचायत के रहने वाली प्रीति देवी के साथ हुई। प्रीति ने बताया कि कच्ची उम्र में उसकी शादी करा दी गई थी और उसने दो बेटों को जन्म भी दिया। पति घर में कुछ खर्च नहीं देता था जिसके कारण बच्चों की सही तरीके से परवरिश नहीं कर पा रही थी। इसके कारण प्रीति ने अपने जिगर के टुकड़े को कालीमंडा निवासी अपनी भाभी को सुपुर्द कर दिया। उसने यह सोचा कि यहां उसके बच्चे का लालन पालन सही से होगा। प्रीति ने बताया कि उसकी भाभी की कोई संतान नहीं है और उसके दो बेटे हैं। दोनों बेटे की परविश में काफी परेशानी ही रही थी। एक बेटे को अपने पास रखा और एक बच्चे को अपनी भाभी को दे दिया। जब इसकी सूचना ग्रामीणों को मिली तो ग्रामीणों का कहना है कि अगर बच्चा देना ही था तो ग्रामीणों की उपस्थिति में एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में देना चाहिए था।

 

ग्रामीणों ने प्रीति पर बच्चा बेचने का आरोप लगाया और कहा कि उन सभी को यह भी डर है कि कहीं प्रीति उनके बच्चों को भी न बेच दे। इसी बात को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा को देखते हुए गांव के मुखिया जिला परिषद सदस्य एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में एक बैठक रखी गई एवं प्रीति के परिवार वालों से पूछा गया कि किस परिस्थिति में बच्चे को भाभी को दिया गया। प्रीति ने बताया कि कोई भी मां अपने कलेजे के टुकड़े को किसी और को नहीं दे सकती है। परंतु विडंबना यह है कि उसका पति घर में कोई खर्च नहीं देते है जिससे परेशान होकर अपने बच्चों की परवरिश करने में असमर्थ थी। इसी कारण से अपने बच्चे को ऊनी भाभी को दे दिया।

 

जिला परिषद सदस्य दुर्गा दास ने कहा कि अगर बच्चा को देना ही था तो ग्रामीण स्तर से दिन के उजाले में देना चाहिए था ना कि रात के अंधेरे में। मडवा पंचायत के मुखिया संजय महतो ने कहा कि प्रीति काफी गरीब है और उसका पति घर में तनिक भी देख रेख नहीं करता है जिसके कारण प्रीति अपने बच्चे का उज्जवल भविष्य बनाने के लिए अपने भाभी को सुपुर्द कर दिया। लेकिन ग्रामीणों में यह भय व्याप्त है कि आज वह अपने बच्चे को दी है कल किसी और के बच्चे को दे देगी। जिसके लिए सभी ग्रामीण स्तर से एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा। माले नेता नागेंद्र कुमार ने कहा कि क्योंकि प्रीति की भाभी की कोई भी संतान नहीं है और प्रीति बच्चे का लालन पालन करने में असमर्थ है ग्रामवासी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित होकर एक ठोस निर्णय लिया जाएगा ताकि बच्चे का उज्जवल भविष्य बनाया जा सके।

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