रौषण
महुदा-(धनबाद) : महुदा आरपीएफ की तत्परता से बीती रात में जहां एक महिला की जान बची, वहीं एक भटके हुए बालक को उसका परिवार मिला। इन दोनों घटनाओं ने रेल पुलिस की तत्परता और सजगता को सामने लाया। पुलिस की इस कार्यशैली का लोग सराहना कर रहे है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि बीती रात में रात्रि गश्ती कर रहे आरपीएफ के जवान विनोद राम एवं अली शाह को एक ग्यारह वर्षीय बच्चा महुदा रेलवे स्टेशन में घुमता हुआ मिला। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम अशरफ तथा पता पदुगोड़ा बतलाया। दोनो जवान बच्चे को लेकर ड्युटी पर तैनात सअनि डी.के. द्विवेदी के पास पहुंचे। उन्होने बच्चे से पूछताछ किया तो पता चला कि किसी बात को लेकर बच्चे को उसकी मां ने मारपीट की थी। जिसकी वजह से बच्चा घर से भाग कर रेलवे स्टेशन पर घुम रहा था। उन्होने बच्चे की मां के पास खबर भेजवायी। खबर पाकर बच्चे की मां तब्बसुम खातुन रेलवे स्टेशन पहुंची। महिला से पूछताछ के बाद आरपीएफ ने बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया। बच्चा मिलने के बाद महिला ने आरपीएफ टीम को धन्यवाद दिया। वहीं दूसरी घटना खानुडीह स्टेशन में एक महिला अपने एक महीने के बच्चे के साथ रेलवे ट्रेक पर जान देने आयी थी। इसी दौरान आरपीएफ सुबोध कुमार एवं अमीत कुमार ने जांच के क्रम में उस महिला से पूछताछ की। काफी देर तक चुपचाप रहने के बाद महिला ने बतायी कि उसका नाम दुर्गा सिंह है पति का नाम कुन्दन सिंह है। वह भीमकनाली के ब्लॉक नं.12 में रहता है। दिन में पति के साथ झगडा होने पर उन्होंने मुझे बहुत डांटा था। इसलिए रात्री में जान देने आया था। आरपीएफ के द्वारा काफी समझाने बुझाने के बाद महिला शांत हुई। उसी से पति का फोन नंबर लेकर उसे बुलाया गया। दोनों को समझाकर एवं उनके पति से लिखित अश्वासन लेकर दोनों को घर भेजा गया।