प्रेम प्रकाश
सिंदरी-(धनबाद): विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, बीआईटी सिंदरी के निदेशक प्रो. डी. के. सिंह के कुशल नेतृत्व में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमे प्रो. डी. के. सिंह ने प्रकृति के साथ सामंजस्य बैठाकर जीवन जीने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रो. सिंह ने छात्रों के बीच पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए संस्थान द्वारा की गई कई पहलों के बारे में जानकारी साझा करी, जिसमें ‘एक छात्र एक पेड़ अभियान’ और आसपास के पांच गांवों को गोद लेकर धनबाद में पानी की कमी के मुद्दे को संबोधित करना शामिल है। वेबिनार के प्रख्यात वक्ताओं का स्वागत आयोजन अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार गुप्ता, विभागाध्यक्ष, केमिकल इंजीनियरिंग द्वारा किया गया। वेबिनार की संयोजक, डॉ. स्वाति तोमर ने विश्व पर्यावरण दिवस 2022 के थीम अर्थात “केवल एक पृथ्वी” पर ध्यान केंद्रित किया, उन्होंने अधिक सस्टेनेबल और हरित जीवन शैली में परिवर्तित होने की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। डॉ. राघवेंद्र सिंह, राष्ट्रीय प्रबंधक, अमेरिकी कृषि विभाग ने अपने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अमेरिकी कृषि विभाग द्वारा अपनाई गई विभिन्न संरक्षण प्रथाओं पर बात की। साथ ही उनकी उपलब्धियों और चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला। डॉ. वीना चंद्रा, प्रमुख (सेवानिवृत्त) वनस्पति विज्ञान प्रभाग, एफआरआई देहरादून और पूर्व निदेशक, सीएसएफईआर प्रयागराज ने शहरी वानिकी के महत्व पर बात की और शहरी तापमान, वायु प्रदूषण को कम करने और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास को पूरा करने में वृक्षों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। डॉ. अनीता तोमर, सीनियर साइंटिस्ट-एफ, फॉरेस्ट रिसर्च सेंटर फॉर इको- रिहैबिलिटेशन ने चिंताजनक जलवायु परिवर्तन के मुद्दों, जैसे, बढ़ते तापमान, बार-बार बाढ़, सूखा, विनाशकारी जंगल की आग पर प्रकाश डाला और युवा पीढ़ी से प्रकृति और जैव विविधता की रक्षा के लिए हरित अच्छे कार्यों का नेतृत्व करना और उन्हें अपनाने का आग्रह किया। डॉ. आर. के. तिवारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक (सेवानिवृत्त), सीएसआईआर-सीआईएमएफआर, धनबाद ने कहा कि जलवायु संकट के सबसे बुरे दौर से बचने, जैव विविधता के नुकसान को रोकने, बिगड़े हुए पारिस्थितिक तंत्र को पुनर्जीवित करने, हमारी हवा को साफ करने के लिए हमारे पर्यावरण की रक्षा के लिए एक साथ आने की तत्काल आवश्यकता है। डॉ. उषा कुमारी, सहायक प्रोफेसर, केमिकल इंजीनियरिंग, बीआईटी सिंदरी ने पर्यावरण को ताक पर रख कर हो रहे विकास कार्यों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि धरती मां की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। अंत में कार्यक्रम की संयोजक डॉ. स्वाति तोमर ने धन्यवाद व्यापन किया।