शिव महापुराण की कथा का तीसरा दिन, देश प्रेम का दिखा असर
रामभजन
पटना सिटी। डॉ नारायण बाबू गाली,मठ लक्ष्मणपुर में चल रहे हैं शिव महापुराण की कथा के तीसरे दिन सरकार द्वारा घोषित मॉक ड्रिल और अंधेरा किए जाने की वजह से देर से शुरू हुई। कथा में आज कथा वाचिका बरसाना, वृंदावन से आई कथावाचिका राधिका ने रुद्राक्ष की उत्पत्ति और रुद्राक्ष के लाभ की कथा सुनाई और लोगों से कहा कि रुद्राक्ष धारण कर लेने से मात्र से देवाधि देव शिव की शक्ति और भक्ति दोनों उस व्यक्ति में समा जाती है।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के धार्मिक ग्रंथो में भक्ति, प्रेम के बारे में विस्तार से कई जगहों पर वर्णन किए गए हैं। उन्होंने कहा, राम भक्ति करें या श्याम भक्ति; शिव भक्ति करें या किसी भी भगवान की भक्ति करें । अथवा देश की भक्ति करें, यह भक्ति ही व्यक्ति को महान बनाती है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी देशभक्ति है और आज देश में देशभक्ति की जरूरत है । उन्होंने कहा कि देश संकट के दौर से गुजर रहा है। भारत देश मुख्यरूप से सनातनियॉ का है। गैर सनातनियों के साथ प्रेम और दोस्ती दोनों ही गलत और राष्ट्र हित के विरोधी है। उन्होंने देशवासियों से ऐसे लोगों से दूरी बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हिंदू ग्रंथो में इसी तरह पूजा का वर्णन और पूजा के रूप और पूजनीय देवताओं के चित्रण साफ तौर पर किए गए, इसमें किसी पर कोई जोर नहीं, भक्ति जिससे हो, पूजा जिसकी कर ले, सनातन में सबों को इसकी छूट है।
पाक के आतंकी ठिकानों पर भारत के हमले का असर तीसरे दिन की कथा में भी दिखा। गीत गाकर देशभक्ति जगाई गई, देशभक्ति की झलक मिली और लोगों को देश प्रेम के प्रति जागृत भी किया गया।