असामाजिक तत्वों पर रखें कड़ी निगरानी – डीएम

श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा तथा विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकताः* – डीडीसी
किसी भी तरह की सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को तुरंत दें- एसडीएम

पुलिस पदाधिकारी क्षेत्रों में फ्लैग मार्च करें; संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतेंः एसडीपीओ

सुबोध
किशनगंज 27 मार्च। रामनवी ,चेत्र नवरात्रि,छठ एवं रमजान के पाक महीने के शुभारंभ से ही जिला प्रशासन अलर्ट मूढ़ में हैं। किशनगंज जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा है कि रामनवमी, चैती दुर्गा पूजा, चैती छठ एवं रमजान के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात प्रबंधन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इसके लिए पूर्णतः सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंगे।
वही डीएम के निदेशानुसार उप विकास आयुक्त,मनन राम ने डीआरडीए स्थित रचना भवन सभागार में संयुक्त आदेश द्वारा सोमवार को प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों ,पुलिस पदाधिकारियों,अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य प्रमुख के साथ ब्रीफिंग बैठक आयोजित हुयी।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त,मनन राम ने कहा कि पर्व को लेकर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी सजगता और सतर्कता से अपने आवंटित स्थलों पर उपस्थित होकर विधि व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने क्षेत्रों मे फ्लैग मार्च करने तथा संवेदनशील स्थानो पर निर्बाध वीडियो रिकॉडिंग सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा है कि एसडीएम और एसडीपीओ रामनवमी के अवसर पर कोई भी जुलूस बिना अनुज्ञप्ति का न निकले यह सुनिश्चित करें। जुलूस के मार्ग का सत्यापन करें तथा जुलूस का स्काटॅ सुनिश्चित करें।संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतें। असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्रवाई करें। दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 107 के अन्तर्गत नोटिस का तामिला कराएं, बंध पत्र भरवाएं तथा आवश्यकतानुसार निरोधात्मक गिरफ्तारी करें।
डीडीसी ने कहा है कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकना प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी/थानाध्यक्ष/सीओ/एसडीओ/एसडीपीओ की विशेष जिम्मेवारी है। थानाध्यक्षों एवं अन्य पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ कर विधि-व्यवस्था संधारण को सफल बनाने का निदेश दिया गया है। थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके में विधि-व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं। उन्होंने कहा कि पर्व-त्योहार के अवसर पर सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी विनम्रता परंतु दृढ़ता के साथ विधि-व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करेंगे।किसी प्रकार का धार्मिक उन्माद ,भड़काऊ नारा,गाना नहीं बजाया जाएगा। पूरे जुलूस की वीडियोग्राफी हेतु नगर परिषद और जिला नजारत के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है। पुलिस कार्यालय द्वारा सोशल मीडिया की निगरानी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि चैती दुर्गा पूजा दिनांक 22 मार्च को कलश स्थापना के साथ प्रारंभ हुआ है जो 31 मार्च को विजयादशमी के साथ संपन्न होगा। दिनांक 30 मार्च को रामनवमी पर्व मनाया जाना है। रमजान का महीना 24 मार्च से प्रारंभ है। रामनवमी के अवसर पर विधि-व्यवस्था के मद्देनजर जिले में 160 (एक सौ साठ) स्थानों पर आवश्यकतानुसार दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों,पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। 06 गस्ती दल दंडाधिकारी किशनगंज शहरी क्षेत्रांतर्गत भ्रमणशील रहेंगे।कई स्थानों को चिन्हित कर पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस बल को तैनात किया गया है। जुलूस के साथ बाइक स्कॉट में भी दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तैनात रहेंगे। इनके साथ लाठी बल एवं महिला बल को भी लगाया गया है। 16 मजिस्ट्रेट जिला नियंत्रण कक्ष में सुरक्षित रखे गए हैं,आवश्यकतानुसार त्वरित गति से संवेदनशील स्थलों पर प्रस्थान करेंगे।इसी प्रकार सभी प्रखंड मुख्यालय में भी सुरक्षित दंडाधिकारी रखे गए है।
ब्रीफिंग में बताया गया कि सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ससमय अपने ड्यूटी स्थान पर पहुँच जाएंगे तथा रामनवमी जुलूस पूरी तरह से समाप्त हो जाने तक वहां मुस्तैद रहेंगे। दंडाधिकारी समन्वयक की भूमिका का भी निर्वहन करेंगे एवं विद्युत, आपदा प्रबंधन, नगर निगम, स्वास्थ्य, पूजा समिति सहित सभी भागीदारों (स्टेकहोल्डर्स) के साथ तालमेल स्थापित करते हुए रामनवमी,छठ पूजा और चैती दुर्गा पुर्जा का सफल आयोजन सुनिश्चित करेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में पर्याप्त पुलिस पदाधिकारी/बल की प्रतिनियुक्ति की गई है।किसी भी प्रकार की सूचना 24×7 जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 06456225152 ) पर दी जा सकती है। जिला स्तर से त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

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