राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, बॉंकीपुर, पटना का निरीक्षण

विजय शंकर

पटना। जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा गुरुवार को राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, बॉंकीपुर, पटना का निरीक्षण किया गया तथा यहाँ चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया गया। जिलाधिकारी द्वारा भवन निर्माण विभाग, पटना प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता तथा बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम (बीएसईआईडीसी) लिमिटेड के अभियंता को गुणवत्तापूर्ण ढंग से तेजी से कार्य करने का निदेश दिया गया।

विदित हो कि जिला प्रशासन, पटना द्वारा बालिकाओं की शैक्षणिक आवश्यकता एवं उनकी मांग के अनुरूप बॉंकीपुर बालिका उच्च विद्यालय के विकास एवं जीर्णोद्धार कार्यों के लिए पूर्व में योजना बनाया गया था।जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य की महत्ता को देखते हुए लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये की लागत से यहाँ दो एजेंसियों से काम कराया जा रहा है। जिला खनिज फाउण्डेशन की राशि से भवन निर्माण विभाग के द्वारा साइंस ब्लॉक का जीर्णोंद्धार एवं विकास कार्य कराया गया है जो लगभग पूर्णता की ओर है।बीएसईआईडीसी द्वारा मुख्य भवन की मरम्मति एवं रंग-रोगन, बाउण्ड्री वॉल का निर्माण, मेन गेट का निर्माण, गार्डेन का विकास, फुटपाथ, पेयजल हेतु दो प्लेटफार्म का निर्माण, शौचालय का निर्माण एवं मरम्मति, फर्निचर की आपूर्ति, विद्युतीकरण इत्यादि कार्य किया जा रहा है। यह भी कुछ दिन में पूरा हो जाएगा। अभियंताओं को गुणवत्तापूर्ण ढ़ंग से कार्य कराने का निदेश दिया गया है।फ़िनिशिंग टच दिया जा रहा है। 15 दिन के अंदर सभी कार्य पूर्ण करने का निदेश दिया गया है।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक विद्यालय है। यहाँ पढ़ने वाले छात्राओं की संख्या लगभग 1500 है। बालिकाओं की शैक्षणिक आवश्यकता एवं उनकी मांग के अनुरूप तथा विद्यालय प्रबंधन से परामर्श कर यहाँ आधुनिक मानकों के अनुसार कार्य कराया जा रहा है। भविष्य में *साइंस पार्क का निर्माण करने, अतिरिक्त वर्ग कक्षों को बनाने, ग्रीन रूम का निर्माण, ट्वायलेट कॉम्पलेक्स का विकास, पेयजल हेतु उत्कृष्ट सुविधा, हरियाली क्षेत्र की स्थापना, टीचर्स क्वार्टर का जीर्णोद्धार सहित कैंपस डेवलपमेंट* के लिए विस्तृत प्लान बनाया जा रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को इसे नियमानुसार कराने का निदेश दिया गया है। निरीक्षण में पाया गया है कि कैम्पस में कहीं-कहीं पानी जम जाता है। भवन कार्यपालक अभियंता को चेकर्स टाइल्स तथा पेवर्स ब्लॉक लगाने का निदेश दिया गया। छतों की समय-समय पर समुचित मरम्मति कराने का निदेश दिया गया है। अनावश्यक तथा जीर्ण-शीर्ण भवनों को तोड़ने तथा अनुपयोगी सामानों की नीलामी कर निष्पादित करने का निदेश दिया गया है ताकि छात्राओं की शैक्षणिक आवश्यकताओं के अनुरूप यहाँ नया निर्माण कराया जा सके। प्रधानाध्यापिका द्वारा बताया गया कि छात्राओं की संख्या के अनुपात में यहाँ कम शिक्षक हैं। केवल 39 शिक्षक ही पदस्थापित हैं। प्लस 2 में शिक्षकों की ज्यादा कमी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को स्वीकृत संख्या के अनुरूप सभी विषयों के शिक्षकों के पदस्थापन हेतु कार्रवाई करने का निदेश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालय की आवश्यकता के अनुरूप लगभग 20 केवीए के सायलेंट जेनरेटर का वितीय नियमों का अनुपालन करते हुए क्रय करने को कहा गया है।

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