विजय शंकर
पटना : आम आदमी पार्टी,बिहार के मुख्यप्रव्क्ता डॉ शशिकांत ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि बिहार में “कोरोना काल” में वी आई पी कल्चर स्थापित हो गया है जो चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की सरकार में पैठ है, उसे आसानी से हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध हो जाता है लेकिन जो ग़रीब गुरबे लोग हैं उन्हें हास्पिटल में इंट्री बंद है। परिणाम स्वरूप उन्हें लाचारी वश घर लौटने की मजबूरी हैं या नही तो श्मशान घाट पहुँचने की।
उन्होंने कहा कि सुशासन बाबू की सरकार “सरकार नहीं सर्कस है” जहाँ सब कुछ सच्चाई से परे है। उन्होंने कहा कि अंतिम पायदान पर खड़े बिहार में जहाँ 85% गरीब लोग रहते हैं। लेकिन ग़रीबों के हिफाजत करने में सरकार विफल एवं लाचार सावित हुई है ।
सरकार अपनी नाकामी को छुपाना चाहती है । उन्होंने कहा कि बिहार में चिकित्सा व्यवस्था चौपट है। इसका खुलासा एक चिकित्सक ने यह कहकर कर दिया कि मेरा त्याग पत्र स्वीकार करे सरकार क्योंकि मैं मरीज़ को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में असमर्थ हूँ। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के अभाव में बिहार में तबाही का आलम है। चारो तरफ मौतों की आंकड़े में तेजी से बृद्धि हो रही है। ऐसी स्थिति को देखते हुए बिहार में राष्ट्रपति शासन ही विकल्प है ।