समस्तीपुर की सभा:बरौनी फर्टिलाईजर और बरौनी रिफाईनरी नयी उर्जा से लैस होगा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए, कांग्रेस-राजद के परिवारवाद के प्रति जनता को किया सचेत
विजय शंकर
पटना । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि बेगुसराय के बरौनी फर्टिलाईजर को फिर से नयी उर्जा से लैस किया जा रहा है । बरौनी रिफाईनरी का आधुनिकीकरण किया जा रहा है । बिहार में नीतीश सरकार ने लोगों को सुविधाएं दी है, घर-घर नल का जल दिया है और लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है । उन्होंने कहा कि नीतीश की सरकार ने केंद्र की सरकार के साथ मिलकर बिहार की जनता के लिए विकास के ढेर सारे कार्य किए हैं और जो कार्य बच गए हैं उसे एनडीए सरकार बनने पर फिर से पूरा किया जाएगा । बिहार में विकास का संकल्प दिख रहा है । लोगों को हर रूप से विकसित करने का सपना एनडीए ने जो दिखाया है उसे पूरा करके बिहार की जनता को समृद्ध बनाने का काम एनडीए सरकार करेगी । सभा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए और उन्होंने भी जनता से एनडीए उम्मीदवार को जितने की अपील की ।
आज समस्तीपुर की चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पहले चरण के चुनाव के बाद जितने भी सर्वे आए उन सभी सर्वे में एनडीए जीत रही है और मैं इसके लिए बिहार की जनता को बधाई और धन्यवाद देता हूं । कोरोना काल में भी लोगों ने बढ़ चढ़कर वोट दिया है । जबकि बड़े-बड़े पंडितों ने भविष्यवाणी की थी कि चुनाव नहीं होगा, आयोग को चुनाव नहीं कराना चाहिए, मगर फिर भी लोगों ने वोट डाले और एनडीए ने बाजी मार ली । उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने आशीर्वाद जो एनडीए पर बरसाया है, मैं उन सभी जागरूक मतदाताओं को दिल से धन्यवाद देता हूं ।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार का हमेशा प्रयास रहा है कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, इस सिद्धांत पर एनडीए काम कर रही है, विरोधियों ने तो सिर्फ अपने परिवार का ध्यान दिया, फिर बिहार की जनता का कौन ध्यान देगा । प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने सरदार पटेल को भुला दिया है । बड़े-बड़े बंगले, बड़ी-बड़ी गाड़ियां किसकी हैं , वैसे जंगल राज के युवराज को लोग देख रहे हैं । कांग्रेस का दायरा भी परिवार तक सीमित है, कांग्रेस पार्टी परिवार तक ही सिमटी है । समस्तीपुर हो या बेगूसराय, खगड़िया हो, यहां के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनडीए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आत्म निर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार काम कर रही है और सभी पिछड़े राज्यों व जिलों को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है । समस्तीपुर बाबा निरंजन का स्थान है, कृषि, पशुपालन, मछली पालन से जुड़े हुए लोगों का बड़ा सेंटर है । समस्तीपुर का पूसा यूनिवर्सिटी अब सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाया जा चुका है । क्षेत्र में मछली पालन और कृषि योजना से जुडी बड़ा काम यहां होने लगा है । कृषि आधारित उद्योगों को स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए जो जरूरी सहायता दी जानी चाहिए । उसमें समस्तीपुर की भूमिका को बढ़ाया जा रहा है । आलू, मक्का ऐसे तमाम उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए यहां आने वाले दिनों में कई काम किये जायेंगे । हाल में जो सुधार किए गए हैं उससे आलू, मक्का और दूसरी फसलों से जुड़े हुए किसानों को काफी लाभ मिलने वाला है । पापकोर्न के लिए अब रास्ता आसान हो रहा है । केंद्र सरकार ने एक लाख करोड़ रुपए का फंड किसानों के विकास के लिए बनाया है । इससे पशुपालकों को भी काफी लाभ होगा ।
विपक्ष पर तंज करते हुए कहा कि जिसकी नीति खराब हो, नीति गरीबों को लूटने की हो, जो अपने और अपने परिवार के लिए सबकुछ करते हैं । देश में कृषि क्षेत्र हो या देश की सुरक्षा से जुड़े काम हों, हर चीजों का वे विरोध कर रहे हैं और झूठा प्रचार कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत हो या जन धन योजना हो, आयुष्मान भारत योजना हो, हर योजनाओं का डगर-डगर पर विरोध उन लोगों ने किया है । कांग्रेस पर तंज करे हुए उन्होंने कहा कि गरीब की तकलीफों से, उसकी परेशानी से, उसकी मुसीबतों से कोई फर्क नहीं पड़ता । उससे उन्हें कोई लेना-देना नहीं है । सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए सोचते रहते हैं । जब चुनाव आते हैं तो गरीब की माला जपने लगते हैं । चुनाव पूरा हुआ तो बस अपने परिवार का कुनबा लेकर बैठ जाते हैं । कांग्रेस की यही सच्चाई है और उनका यही इतिहास है, उनकी यही ट्रेनिंग है । बिहार की आकांक्षाओं से भी इनको कोई मतलब नहीं है । केंद्र सरकार और बिहार सरकार हजारों रुपए जो बिहार में निवेश कर रही है उससे यहां के नौजवानों के लिए नए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे । रोजगार बढ़ाने के लिए उद्योग जरूरी है, आधुनिकीकरण भी जरूरी है । यह तब होगा जब बिहार में प्रगतिशील लोकतांत्रिक सरकार रहेगी । बिहार में जब निवेश आएगा तब होगा । जब बिहार में निवेश के लिए उचित माहौल होगा । जंगलराज की जो विरासत है उसमें क्या वह उचित माहौल का विश्वास दिला सकते हैं? वामपंथी जो नक्सलवाद को हवा देते हैं, उद्योगों को बंद कराने का इतिहास है जिनके नाम है, उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है । बिहार को जिन लोगों ने उद्योगहीन बना दिया, उसको फिर से लाना चाहते हैं । क्या फिर से बिहार को बीमारी बनाना चाहते हैं, उनको फिर से लाना चाहिए क्या ?