दो मंत्रियों , तेजस्वी -तेज प्रताप समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
पटना जिले से लगने वाली सभी 8 जिलों की सीमाओं को किया गया सील

विजय शंकर
पटना । बिहार के दूसरे चरण में 3 नवंबर को होने वाली होने वाले मतदान को लेकर साडी तैयारिया पूरी हो चुकी हैं । बनाए गए बूथों पर मतदान कर्मियों को प्रस्थान कर दिया गया है ताकि वे सुबह 7 बजे से वोटिंग में लग जायें । बूथों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गयी है और सभी बूथों पर अर्ध सैनिक बालों की तैनाती कर दी गयी है । बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों के लिए वोट डाले जायेंगे । दूसरे चरण में कुल 41 हजार 352 ईवीएम प्रयोग में लाए जाएंगे । कुल 41 हजार 362 बूथों पर मतदान होंगे जिसके लिए कुल बैलेट यूनिट की संख्या 41 हजार 403 है व कुल वीवीपैट की संख्या 41 हजार 362 होगी ।

हर चुनाव में बोरिंग रोड स्थित एन कॉलेज को स्ट्रांग रूम बनाया जाता है और मतों की गिनती की जाती है । इस बार भी एएन कॉलेज में मतों की गिनती की व्यवस्था की गई है । जहां मंगलवार से ही सामान्य वाहनों की आवाजाही रोक दी जाएगी । शांतिपूर्ण मतदान को लेकर पटना जिले से लगने वाली सभी 8 जिलों की सीमाओं को सील कर दिया गया है और चौकसी भी बढ़ा दी गई है । शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए जिलों में 60 चेक पोस्ट बनाए गए हैं जिसमें 33 चेकपोस्ट जिलों की सीमाओं पर बनाए गए हैं और 27 चेकपोस्ट पटना शहर में बनाए गए हैं । इसी तरह कि व्यवस्था अन्य 16 जिलों में भी कि गयी है । सभी चेक पोस्ट पर वाहनों की जांच की व्यवस्था की गई है ।

इस संबंध में पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सारी व्यवस्था कर ली गई है और अर्द्धसैनिक बलों से लेकर पुलिस वालों को आवश्यक स्थानों पर तैनात किया जा रहा है । नदी के रास्ते असामाजिक तत्व और अराजक तत्वों का प्रवेश ना हो इसको ध्यान में रखते हुए नावों के परिचालन को भी बंद रखा जाएगा और घाट भी बंद रहेंगे । साथ ही 3 नवंबर की सुबह से नदियों में पेट्रोलिंग की जाएगी तथा एनडीआरएफ की 20 टीमों को स्पेशल पेट्रोलिंग में लगाया जाएगा । नावों से रामपुर दियारा और घाटों पर सीधे नजर रखी जाएगी और मतदान के दिन घाटों पर भी लोगों की आवाजाही नहीं हो पाएगी ।

दूसरे चरण में महाराजगंज में सबसे अधिक 27 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। दूसरे चरण के चुनाव में राज्य सरकार के दो दिग्गज मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है जिसमें पटना साहिब से राज्य के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव और मधुबन से राणा रणधीर सिंह की प्रतिष्ठा इस बार दांव पर लगी है और दोनों जगह पर महा गठबंधन के उम्मीदवारों से इनका सीधा मुकाबला हो रहा है । वही कुमरार विधानसभा क्षेत्र से सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा मैदान में हैं मगर कोरोना के कारण अपने विधानसभा क्षेत्र में इस बार भ्रमण नहीं कर पाए और भाग्य भरोसे जनता इन्हें वोट देगी । प्रचार के अंतिम दिन तक इनका कोरोना वायरस के कारण पाजिटिव टेस्ट पाया गया । इनके समर्थक तो घूमे मगर लोग उन्हें खोजते रह गए और वे किसी भी इलाके में भ्रमण नहीं कर सके । नालंदा से श्रवण कुमार, चेरिया बरियारपुर से पूर्व मंत्री मंजू वर्मा, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके भाई पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव की प्रतिष्ठा भी दूसरे चरण के चुनाव में ही फंसी है । मुख्यमंत्री की दावेदार पुष्पम प्रिया चौधरी , शत्रुघन सिन्हा के बेटे लव सिन्हा सहित अन्य प्रमुख नेता चुनाव मैदान में हैं । 94 सीटों पर कुल 1463 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत का फैसला जनता के हाथों में छोड़कर दांव खेल रहे हैं । इनमें 146 महिला उम्मीदवार हैं, तो वहीं 1316 प्रत्याशी पुरुष हैं । साथ ही एक उम्मीदवार थर्ड जेंडर से भी है । चुनाव आयोग ने 60 हजार 879 सर्विस वोटर की व्यवस्था की है । 3579 महिला सर्विस वोटर हैं ।

दूसरे चरण में राजद से 56, भाजपा से 46,जदयू से 43, लोजपा से 52, कांग्रेस से 24. बसपा से 33, रालोस्पा से 36, एनसीपी से 29 प्रत्याशी पार्टी वार उम्मीदवारों की संख्या पर नजर डालें तो मालूम होगा कि आरजेडी से कुल 56 उम्मीदवार जिसमें 4 महिलाएं, एलजेपी से 52 उम्मीदवार जिसमें 7 महिलाएं और 1 थर्ड जेंडर, बीजेपी से 46 उम्मीदवार जिसमें 2 महिलाएं, जेडीयू से कुल 43 उम्मीदवार जिसमें 9 महिलाएं, आरएलएसपी से 36 उम्मीदवार जिसमें 3 महिला, बीएसपी से 33 प्रत्याशियों में से 2 महिलाएं, एनसीपी से 29 उम्मीदवारों में 2 महिलाएं, कांग्रेस से 24 उम्मीदवारों में 2 महिलाएं और सीपीआई के कुल 4 कैंडिडेट चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं । इसके अलावा अन्य रजिस्टर्ड पॉलिटिकल पार्टी के कुल 623 में से 70 महिला उम्मीदवार हैं. निर्दलीय के रूप में 468 पुरुष और 45 महिला किस्मत आजमा रहीं हैं ।
इन 94 सीटों पर होना है मतदान
पश्चिमी चंपारण की 3 सीटें नौतन, चनपटिया और बेतिया; पूर्वी चंपारण की 6 सीटें जिसमें हरसिद्धि, गोविंदगंज, केसरिया, कल्याणपुर, पिपरा और मधुबन; शिवहर की एक सीट शिवहर; सीतामढ़ी की 3 सीटें सीतामढ़ी, रुनीसैदपुर और बेलसंड; मधुबनी की 4 सीटें मधुबनी, राजनगर, झंझारपुर, फुलपरास; दरभंगा की 5 सीटें कुशेश्वरस्थान, बेनीपुर, गौडाबौराम अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण; मुजफ्फरपुर की 5 सीटें मीनापुर, काटी, बरुराज, पारु और साहेबगंज ;गोपालगंज की 6 सीटें बैकुंठपुर; बरौली; गोपालगंज; कुचायकोट; भोरे और हथुआ; सिवान जिले की 8 सीटें जिसमें सिवान, दरौली, रघुनाथपुर, दरौंदा ,बड़हरिया, गोरियाकोठी और महाराजगंज, सारण जिले की 10 सीटें एकमा , मांझी, बनियापुर, तरैया, मढ़ौरा, छपरा, परसा, गरखा , अमनौर और सोनपुर, वैशाली जिले की छह सीटें हाजीपुर, लालगंज, वैशाली, राजापाकर, राघोपुर, महुआ ; समस्तीपुर जिले के 5 सीटें उजियारपुर, मोहिउद्दीन नगर, विभूतिपुर, रोसरा, हसनपुर; बेगूसराय जिले की 7 सीटें जिसमें चेरिया बरियारपुर, बछवारा ,तेघड़ा , मटिहानी, साहेबपुर कमाल, बेगूसराय, बखरी; खगड़िया जिले की 4 सीटें अलौली, खगड़िया , बेलदौर, परबत्ता, भागलपुर जिले की 5 सीटें बिहपुर , गोपालपुर, पीरपैंती, भागलपुर, नाथनगर; नालंदा जिला कि 7 सीटें बिहार शरीफ , राजगीर, इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा,हरनौत, आस्थावा, ; पटना जिले की 9 सीटें बख्तियारपुर, दीघा, बांकीपुर, पटना साहिब और फुलवारी शरीफ, दानापुर, मनेर, कुम्हरार और फतुहा विधानसभा क्षेत्र हैं जहाँ चुनाव होना है ।

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