नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना। विश्व जल दिवस एवं बिहार दिवस के अवसर पर आज शनिवार 22 मार्च, 2025 को उग्राद्या भवन, बेहटा टोला, बनगाँव, सहरसा में ‘धर्ममूला नदी संरक्षण अभियान’ के सुचारू संचालन हेतु ग्रामीणों द्वारा कार्य समिति के गठन को सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया। अभियान के संरक्षक पं. हरिश्चंद्र मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर पारित प्रस्तावों एवं लिए गए निर्णयों को सर्व सम्मति से अनुमोदित किया गया तथा नये प्रस्तावों पर विचार करके निर्णय लिए गए।
ज्ञातव्य है कि प्राचीन, पौराणिक एवं पवित्र धर्ममूला (धेमुरा) नदी के संरक्षण एवं पुनरुद्धार के निमित्त गत रविवार (16 मार्च ) को गोरहो, बनगाँव में धर्ममूला नदी के तट पर स्थित रामघाट पर ‘धर्ममूला नदी संरक्षण अभियान’ का शुभारम्भ किया गया था। इस अवसर पर सर्व सम्मति से गठित एवं घोषित कार्य/ संचालन समिति में पं. हरिश्चंद्र मिश्र (संरक्षक), शशिधर ठाकुर (अध्यक्ष), रूपा देवी (उपाध्यक्ष), डॉ. विनय कर्ण ( संयोजक / सचिव), डॉ. गणेश ‘जनगण’ (संयुक्त सचिव), प्रो. अरुण कुमार खाँ (समन्वयक), विश्वनाथ खाँ, विशेश्वर मुखिया, अरविन्द खाँ, निर्मल मिश्र ‘नेता जी’, शिशिर कुमार झा, धनञ्जय कुमार खाँ आदि का नाम शामिल है एवं अनुमोदित हुआ है।
समारोह के आरम्भ में धर्ममूला नदी को बहुपक्षीय विमर्श का मुद्दा बनाने के लिए हिन्दुस्तान समाचार पत्र के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए नव गठित समिति द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
आज के समारोह में प्रस्ताव पारित करके सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि धर्ममूला नदी को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए जल संसाधन विभाग को प्रतिवेदन प्रेषित किया जाए। साथ ही, गोरहो घाट से राम घाट तक नियमित साफ – सफाई की व्यवस्था हो।
इस अवसर पर यह भी निर्णय लिया गया कि धर्ममूला नदी की प्राचीनता, पौराणिकता एवं ऐतिहासिकता को सिद्ध करने के लिए विद्वानों, बुद्धिजीवियों एवं मीडिया कर्मियों से सहयोग लिया जाए, साथ ही, धर्ममूला विषय केंद्रित आलेख का संकलन एवं संगोष्ठी, परिचर्चा आदि का आयोजन किया जाए ताकि इस विषय में जन – जगारूकता में अपेक्षित वृद्धि हो सके। साथ ही, पत्र, प्रतिवेदन, प्रतिनिधिमण्डल एवं मीडिया के माध्यम से विषय की गंभीरता की तरफ सरकार का भी ध्यान आकृष्ट किया जाए।
समारोह के अंत में अभियान के संयोजक डॉ. विनय कर्ण ने अभियान की सफलता की कामना के साथ सभी आगत सदस्यों एवं समिति के पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया तथा जल, नदी और पर्यावरण संरक्षण में संलग्न सभी अभियानियों को विश्व जल दिवस एवं बिहार दिवस की हार्दिक शुभकामनायें भी दी।