बंगाल ब्यूरो
कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने वाले चार विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ विधायक शुभेंदु अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि अधिकारी ने उनके घर आयकर की छापेमारी की धमकी दी है।
हालांकि अधिकारी ने इस आरोप को आधारहीन बताया है। भाजपा से विधायक चुने गए कृष्ण कल्याणी (रायगंज), तन्मय घोष (विष्णुपुर), सौमेन रॉय (कालियागंज) और विश्वजीत दास (बागदा) ने यह आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि राज्य बजट पर चर्चा के दौरान कई बार अधिकारी के भाषण के बीच हस्तक्षेप किया था। इसलिए उन्हें आयकर की धमकी दी गई है। इन चारों विधायकों ने अधिकारी पर झूठ फैलाने और राज्य सरकार के विरुद्ध अफवाह फैलाने का आरोप भी लगाया है।
इन चार विधायकों ने पिछले साल सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दिए बिना तृणमूल का दामन थाम लिया था। उन्हें दलबदल कानून के तहत अयोग्य घोषित नहीं किया गया है और वे अब भी विपक्ष की बेंच पर बैठते हैं।
सदन में जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बजट पर बोलना शुरू किया तो अधिकारी और भाजपा के अन्य विधायकों ने बहिर्गमन किया। बनर्जी का भाषण समाप्त होने के बाद, कल्याणी ने विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी से शिकायत की कि सदन से बाहर जाते समय अधिकारी ने उनके भाषण के दौरान व्यवधान पैदा करने के लिए चारों विधायकों को आयकर विभाग की छापेमारी की धमकी दी।
अध्यक्ष ने इस शिकायत का संज्ञान लिया और कहा कि सदन के नियमों के तहत चारों विधायकों को सुरक्षा दी जाएगी। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पता चलता है कि पश्चिम बंगाल में आयकर विभाग पर किसका नियंत्रण है। हालांकि इस बारे में जब शुभेंदु अधिकारी से प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इन चारों विधायकों को खुद ही आय से अधिक संपत्ति होने की वजह से आयकर का डर लग रहा है इसलिए मेरे विरुद्ध निराधार आरोप लगा रहे हैं।