मुंह में किसी प्रकार की बीमारी होने पर उसका प्रतिकूल प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है : प्रधानाचार्य

दांतों में होने वाली समस्याओं को रोकना है न कि समस्याओं के पैदा होने के बाद उन्हें ठीक करना है : डॉ सुलेखा

गया। नैली रोड खटकाचक स्थित श्री शिक्षा निकेतन स्कूल में निःशुल्क दंत रोग जांच एवं दवा वितरण किया गया। इस मौके पर मगध डेंटल क्लिनिक ए पी कॉलोनी कॉलोनी एवं गोवर्धन विहार कॉलोनी खटकाचक से पहुंची डॉ सुलेखा मेहता ने विद्यालय के बच्चों के अलावा उनके अभिभावकों एवं आसपास के लोगों का दंत जांच कर उचित सलाह दी एवं जरूरत के मुताबिक दवा का वितरण किया। कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले स्कूल की प्रधानाचार्य पूनम सिन्हा ने आए हुए मगध डेंटल क्लीनिक के डॉ सुलेखा मेहता को अंग वस्त्र एवं पौध देकर स्वागत किया। साथ ही उनके साथ आए दोनों असिस्टेंट को भी पौधा एवं अंग वस्त्र देकर स्वागत किया।

इसके उपरांत प्रधानाचार्य पूनम सिन्हा एवं डॉ सुलेखा मेहता ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस दन्त रोग जांच शिविर में विद्यालय के बच्चों, उनके अभिभावकों के अलावे आस पास से करीब 200 लोगों का जांच किया गया एवं दवा आदि दिया गया। इस शिविर में विद्यालय में कार्यरत सभी लोगों का दांत रोग की जांच किया गया।

इस मौके पर डॉ सुलेखा ने कहा कि सबसे पहले मै इस विद्यालय के सभी लोगो को धन्यवाद देती हूँ। इस विद्यालय के सभी लोग काफी कॉपरेटिव एवं मिलनसार है। साथ यहां के बच्चों और उनके अभिभावकों को कहना चाहूंगी कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बच्चों के दांत की सफाई के लिए दांतों की जांच की जाती है। यह दंत चिकित्सक को रोकथाम पर सलाह देने और आपके बच्चे के लिए सर्वोत्तम देखभाल योजना बनाने का अवसर देता है। यह माता-पिता को भोजन के तरीकों, दांत निकलने और मुंह की आदत पर चर्चा करने का मौका भी देता है। यदि बच्चे को कैविटी होने का खतरा है, तो दंत चिकित्सक राय अवश्य लेना चाहिए । सबसे अच्छी बात है कि समस्याओं को होने से रोकना है न कि समस्याओं के पैदा होने के बाद उन्हें ठीक करना है।


वही इस मौके पर प्राचार्य पूनम सिन्हा ने बताया कि हमारे विद्यालय में हमेशा इस तरह के स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन होते रहा है। इसी कड़ी में आज डॉ सुलेखा के द्वारा बच्चों उनके अभिभावकों एवं आसपास के लोगों के लिए निःशुल्क दंत रोग जांच शिविर एवं दवा वितरण का शिविर लगाया गया है। हम लोग हमेशा से प्रयासरत रहते हैं कि बच्चों के पढ़ाई के अलावा उनके स्वास्थ्य की जांच में नियमित रूप से हो हो। क्योंकि ऐसा माना गया है कि मुंह में किसी प्रकार की बीमारी होने पर उसका प्रतिकूल प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है इसलिए मुंह की साफ सफाई एवं दातों की नियमित जांच होना चाहिए।

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