31 करोड़ स्वीकृत
Yogesh suryawanshi,
सिवनी/कुरई, आदिवासी बाहुल्य विकासखंड कुरई शासकीय कन्या शिक्षा परिसर भवन जनजाति वर्ग की बालिकाओं के लिए 2015 में स्वीकृत हुआ था। परिसर स्वीकृत होने पर जनपद पंचायत के पीआरजी भवन में छात्रावास सह संस्था संचालित किया गया। 2018 में कक्षा 9 वी संचालित होने एवं दर्ज संख्या अधिक होने के कारण संस्था का संचालन अनुसूचित जाति के सीनियर बालक छात्रावास में संचालित किया गया। 2019-20-2021 कोरोना कल होने के कारण विद्यालय का संचालन जर्जर भवन में होता रहा। 2022 में विद्यालय की दर्ज संख्या लगभग 450 होने पर कलेक्टर महोदय की आदेशानुसार एवं स्थानिक जनप्रतिनिधियों के सहयोग से छात्रों को विशेष सुविधाओं एवं छात्रावास गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के उद्देश्य हेतु जिला कलेक्टर शिवानी के आदेश से 7 अक्टूबर 2022 को विद्यालय की कक्षा 9 से 12 तक की लगभग 245 बालिकाओं को कन्या शिक्षा परिसर सिवनी में छात्रावास एवं अध्ययन की सुविधाओं के लिए शिफ्ट किया गया।
मध्य प्रदेश शासन के द्वारा 2017 में ही भवन स्वीकृत होने के बाद भी जिला एवं संबंधित विभाग के द्वारा भवन निर्माण हेतु आवश्यक 15 एकड़ जमीन उपलब्ध न हो पाने के कारण कुरई क्षेत्र में वन विभाग की भूमि पेच अंतर्गत होने के कारण तत्कालीन कलेक्टर महोदय प्रवीण सिंह अड़याच द्वारा खेल परिसर के निकट वन विभाग की भूमि आवंटित किए जाने हेतु कार्यवाही की गई। किंतु भूमि 2022 तक भी बन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार विभाग द्वारा शासकीय महाविद्यालय कुरई एवं परिसर के लिए जमीन की आपत्ति बनी रही, शान द्वारा भवन एवं आवंटन राशि स्वीकृत होने के बाद भी विद्यालय की छात्राएं भवन के लिए तरस रही हैं, 2023 में पुणे शासन द्वारा भवन के लिए आवंटन राशि लगभग 31 करोड़ स्वीकृत किया गया है, किंतु भवन के लिए आवश्यक भूमि जो की कलेक्टर महोदय एवं वर्तमान सहायक आयुक्त महोदय द्वारा कोई विकासखंड में चिह्नित की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 6 अक्टूबर 20 23 को भवन के लिए ऑनलाइन भूमि पूजन भी किया जा चुका है, किंतु आज भी छात्राओं के लिए भवन न होने पर दूसरे भवन में पढ़ाई कर रही है, जबकि क, शि, परिषर सिवनी जो की 490 सीटर है ऐसी स्थिति में कुरई की लगभग 350 छात्राएं सिवनी परिसर एवं कुरई में अध्ययन करने से सिवनी परिसर भवन स्थित कुरई विकासखंड की छात्रों के दो-दो जगह कक्षा लगने से छात्रों के परिजनों को समस्या समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।