विजय शंकर
पटना : राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर आज कहा कि हिंदी भाषी बिहार के विभिन्न अंचलों में कई बोलियाँ प्रचलित हैं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भोजपुरी और मगही का सबसे ज्यादा दुरुपयोग अश्लील आडियो-वीडियो बना कर महिलाओं को अपमानित-लज्जित करने में धड़ल्ले से हो रहा है।
जिस तरह राज्य सरकार ने महिलाओं की अस्मिता बचाने और घरेलू हिंसा पर कारगर रोक लगाने के लिए पूर्ण शराबबंदी लागू की थी, उसी तरह अश्लील गानों और वीडियो पर सख्ती से रोक लगायी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि विवाह और बारात हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं, लेकिन बारात के दौरान पिंजरानुमा वाहनों में लड़कियों की अश्लील ढंग से नुमाइश करना, शराब पीकर नाचना और बारात के कन्यापक्ष के द्वार पहुँचने पर हर्ष फायरिंग करना परम्परा नहीं, बल्कि सामाजिक विकृति है।
जब बारात प्रशासन की अनुमति के बिना नहीं निकलती, तब प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बारात में कोई भी व्यक्ति अश्लीलता, शराबखोरी और दबंगई दिखाने के दुस्साहस न कर सके।
बिहार को शर्मसार करने वाली ऐसी प्रवृत्ति पर प्रभावी अंकुश लगाना चाहिए।