दूध और हरी सब्जियों के अलावा फल भी हमारी सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं। सेब, अनार, केला, संतरा और पपीता ऐसे फल हैं, जो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार अगर आप सप्ताह में दो दिन किसी भी फल का सेवन करते हैं, तो आप बीमारियों से बचे रहने के साथ आपकी इम्युनिटी भी बढ़ती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि नेचुरल तरीके से पके फल ही आपकी सेहत के लिए अच्छे होते हैं। केमिकल में पकाए हुए फल आपके लिए बहुत हानिकारक होते हैं। ऐसे में आपको पहचान होनी चाहिए कि जो फल आप खा रहे हैं, कहीं वे किसी केमिकल में तो नहीं पकाए गए हैं।
केमिकल्स से पके फलों की ऐसे करें पहचान-
-केमिकल्स से पके फलों को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आपको उस फल पर हरे पैचेज देखने को मिलेंगे। जिस हिस्से पर केमिकल लगा होगा, वे पीला रहेगा बाकी बीच-बीच में हरा दिखाई देगा, जबकि प्राकृतिक रूप से पके हुए फल में हरे-पीले रंग के कोई पैचेज नहीं दिखाई देंगे।
-केमिकल से पकाए हुए आम को काटने पर वे अंदर से कहीं पर पीला तो कहीं पर सफेद रंग का नजर आएगा। जबकि पेड़ पर प्राकृतिक रूप से पका हुआ फल पूरी तरह पीला नजर आता है।
-केमिकल से पके हुए फल का छिलका ज्यादा पका हुआ होगा लेकिन अंदर से इसमें कच्चापन हो सकता है।
-केमिकलयुक्त फल खाने पर मुंह का स्वाद कसैला हो जाता है और मुंह में हल्की जलन भी होने लगती है। इसके अलावा कई बार ऐसे फल खाने के कुछ देर बाद पेट दर्द या उल्टी की समस्या या डायरिया की शिकायत भी हो सकती है।
रखें सावधानियां-
कोरोना के खतरे के बीच आपको बाजार से लाकर फल को और भी अच्छी तरह धो लेना चाहिए। फल खरीदकर लाने के तुरंत बाद उसे पानी से अच्छी तरह धो लें।
खाने से पहले आम को गुनगुने पानी में कम से कम 5 मिनट के लिए भिगोकर जरूर रखें। उसके बाद उन्हें दोबारा दूसरे पानी से धोकर ही खाएं।
द्वारा – अभिषेक आलोक
सहायक तकनीकी प्रबंधक, प्रखंड- जाले, दरभंगा