बोले, भारत-पाकिस्तान के बीच सिर्फ एक विवाद है, और वह है पाक द्वारा भारत के हिस्से पर ‘अवैध कब्ज़ा’
By SHRI RAM SHAW
NEW DELHI: पाकिस्तान के नाजायज कब्जे वाले कश्मीर पर 22 फरवरी 1994 को संसद द्वारा सर्वसम्मति से पारित संकल्प को स्मरण करने हेतु सरस्वती बाल मंदिर राजौरी गार्डन में ‘संकल्प दिवस समारोह’ का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय महत्व के इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय डॉ. जितेंद्र सिंह, वर्तमान राज्यसभा सदस्य और पूर्व डीजीपी उत्तर प्रदेश बृज लाल सहित अनेक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता की तस्वीर पर पुष्पांजलि एवं दीप यज्ञ से की गयी। मीरपुर बलिदान भवन समिति एवं जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम (पश्चिमी दिल्ली) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘संकल्प दिवस’ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने अपने उद्गार व्यक्त किये।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने पाकिस्तान द्वारा जम्मू कश्मीर के हिस्से पर अवैध कब्ज़े को वापस लेने के 1994 के संसदीय प्रस्ताव का संकल्प सभा में मौजूद प्रत्येक व्यक्ति से कराया। डॉ जितेंद्र ने इसे भावुक मुद्दा बताते हुए कहा कि जिस प्रकार भाजपा ने राम मंदिर बनाने के सपने को साकार कर दिखाया, जिस प्रकार जम्मू कश्मीर से धारा 370 की वापसी को मोदी जी ने मुमकिन कर दिखाया, उसी प्रकार जम्मू कश्मीर के महत्वपूर्ण हिस्से पर पाकिस्तान के अवैध कब्ज़े को भी मोदी सरकार ही वापस लाएगी। कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि चाहे राम मंदिर हो, चाहे धारा 370 हटाना हो, चाहे पीओके वापस लाना हो, कांग्रेस केवल प्रस्ताव पारित करती है, जबकि भारतीय जनता पार्टी उसके राष्ट्रवादी प्रस्तावों को सच कर दिखलाती है।
पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए डॉ जितेंद्र ने उन सभी पर तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया, जिससे कश्मीर की समस्या एक लम्बे समय तक बनी रही। डॉ जितेंद्र सिंह ने जम्मू कश्मीर के संकल्प दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम, महेंद्र मेहता, डॉ सुदेश रत्न एवं मनोज खंडेलवाल को साधुवाद दिया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं वर्तमान में राज्य सभा सदस्य, एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी बृजलाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर वर्तमान मोदी सरकार ने जो कार्य किया है, उससे 1994 का संसदीय प्रस्ताव संभव दिखने लगा है। बृजलाल जी ने कांग्रेस सरकार पर कड़े कानूनों को राजनीतिक कारणों से वापस लेकर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने इस बात पर दुःखद आश्चर्य व्यक्त किया कि कश्मीरी पंडितों के साथ अमानवीय व्यवहार और अत्याचार हुए लेकिन बात बेबात कैंडल मार्च करने वालो ने चुप्पी साधे रखी।
कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम के संयोजक महेंद्र मेहता ने पाकिस्तान के नजायज कब्जे वाले भाग के ऐतिहासिक तथ्यों को प्रकट करते हुए जम्मू कश्मीर के प्रत्येक व्यक्ति के लिए किये जा रहे मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम संयोजक मनोज खंडेलवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का कुशलता से सफल संचालन किया। उन्होंने सफल आयोजन का श्रेय अपनी पूरी टीम को दिया।
कार्यक्रम में पीओके, मीरपुर जैसे क्षेत्रों से आये कई लोगों ने अपनी मार्मिक, मगर कड़वी सच्चाई को शेयर किया। भारी संख्या में उपस्थित लोगों में कार्यक्रम को लेकर ख़ासा उत्साह नज़र आया। मोदी सरकार से इस समस्या के समाधान की उम्मीद लगाएं श्रोताओं ने लगातार करतल ध्वनि से वक्ताओ और आयोजको का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान एवं भारत माता की जय के उद्घोष से हुआ।