प्रशांत किशोर ने लालू और नीतीश पर बोला जोरदार हमला, कहा कि मैं भी बिहार का ही लड़का हूं, चुनाव इतनी मजबूती से लड़वाऊंगा कि लालू-नीतीश जैसे नेताओं के दांत खट्टे कर दूंगा, मुझे धकियाना इनके बस की बात नहीं

विश्वपति
नव राष्ट्र मीडिया
समस्तीपुर।
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज व्यवस्था नहीं बनाएंगे तो कल होकर समाज के लोग बोलेंगे कि प्रशांत किशोर गांवों-प्रखंडों में घूम रहे हैं इनकी तो कोई ताकत ही नहीं है। मुझे नीतीश कुमार लालू यादव और भाजपा के लोग धकिया नहीं सकते हैं। मैं अगर बिहार में लड़ने आया हूं तो इतनी ताकत के साथ लड़ूंगा कि इन सब नेताओं के दांत खट्टे कर दूंगा। बंगाल में आपने मेरा काम देखा होगा मैंने ही उनका नस ढीला किया था। भाजपा ने पूरी भारत की ताकत लगा दी और मैंने कहा था कि 100 पार भी नहीं होंगे। भाजपा वाले हुए 100 पार? जितना पैसा लगाना था उन्होंने लगा दिया पर कुछ नहीं हुआ। समाज में कई ऐसे लोग हैं जो लड़ने के लिए लड़ते हैं। हम उनमें से नहीं हैं अगर लड़ने आए हैं तो इस बात को मान कर चलिए कि जितने का खाका भी दिमाग में लेकर आए होंगे। सोच समझ कर आए हैं कि ये कठिन काम है इसको करने में कितनी ताकत लगानी पड़ेगी, कितना पसीना बहाना पड़ेगा, कितनी व्यवस्था बनानी पड़ेगी और कितना संसाधन लगाना पड़ेगा। सब कुछ सोच-समझ कर व्यवस्था बनाने आए हैं।
प्रशांत किशोर ने जन संवाद के दौरान आगे कहा कि ये जितने नेता हैं ये सोच रहे हैं कि मुझे धकिया देगा। हम धकियाने वाले आदमी हैं? बड़े-बड़े लोगों के नाक में दम कर देतें हैं। हम बिहार के लड़के हैं देशभर का नेता जब चुनाव लड़ता है तो मुझसे सलाह लेता है तो ये नेता मेरा क्या करेंगे। एक बार समाज खड़ी हो गई तो जन बल के आगे कोई बल खड़ी होने वाली नहीं है। इसलिए बिहार के भविष्य के लिए सोचिए और किसी का बंधुआ मजदूर मत बनिए।
दिल्ली अध्यादेश पर JDU का धर्मसंकट: प्रशांत किशोर ने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी से मिलीभगत करके हरिवंश से बिल पास करवाने में लगे हैं और बिहार में महागठबंधन बनाकर ठगने का उपाय कर रहे हैं
देश के उच्च सदन यानी राज्यसभा में दिल्ली अध्यादेश पर चर्चा होनी है। इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों में दो फाड़ हो गए हैं। इसको लेकर नीतीश कुमार की पार्टी यानी जेडीयू ने व्हिप जारी कर दिया है। सवाल ये भी उठ रहा है कि क्या इस पर राज्यसभा के उपसभापति का स्टैंड पार्टी लाइन के हिसाब से होगा या फिर कुछ और होगा। इसी बीच, जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर लोगों को राजनीति की थोड़ी-बहुत समझ है तो जो कानून देश में बनता है वो लोकसभा और राज्यसभा में पास होता है। राज्यसभा में आज उपसभापति कौन है? आज कोई नीतीश कुमार से पूछ नहीं रहा है कि राज्यसभा का उपसभापति कौन है? हरिवंश जी हैं, हरिवंश कौन हैं? हरिवंश नीतीश कुमार की पार्टी के हैं। अगर नीतीश कुमार ने NDA छोड़ दिया है तो इस पद को छोड़ क्यों नहीं रहे हैं। उस एमपी को हटाते क्यों नहीं है?
साल 2015 में बिहार के लोगों ने इनको वोट किया था 2017 में ये आदमी लोगों को ठग करके भाग गया। आप बिहार के लोग फिर वोट कीजिएगा फिर ये आदमी आपको ठग कर भागेगा, लिखकर रख लीजिए। मैं उनके साथ रहा हूं मुझसे ज्यादा उन्हें कोई नहीं जानता। आप जिनके साथ 30 सालों से हैं आप मुझ पर तीन साल भरोसा कीजिए स्थिति बदलकर रख दूंगा।
पटना के नेताओं के अंदर छटपटाहट और बेचैनी शुरू हो गई है, हम हराएंगे उनको, बैलून में हवा हमने भरी है निकालेंगे भी हम, नीचे से जमीन खिसकेगी ऊपर से आकाश उड़ जाएगा जैसे बंगाल में उड़ गया था: प्रशांत किशोर
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि आप देख रहे होंगे कि मैं जहां पदयात्रा कर रहा हूं वहां से पटना तक छटपटाहट और बैचैनी शुरू हो गई है। पटना तक लोग बाप-बाप करने लगा है। ये प्रशांत किशोर की ताकत नहीं है ये पटना के नेता भी समझ रहे हैं कि जमीन पर क्या हो रहा है विकल्प के अभाव में ये नेता 32 साल से कुर्सी पर बैठे हुए हैं। एक बार जनता जाग गई विकल्प बना लिया तो कहनी इन नेताओं की खत्म हो जाएगी एक बार में। कहा कि एक बार संकल्प करके निकले हैं जब तक पूरे बिहार में पदयात्रा न हो जाए तब तक घर लौटने वाले नहीं है। धरना नहीं दे रहे हैं पार्टी नहीं बनाए हैं रैली नहीं कर रहे हैं। अभी तो कुछ गांव में 100 से दौ सौ आदमी के साथ ही चल रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि भाजपा को प्रशांत किशोर ने हराया है। पटना के नेता तो भाजपा से लड़ रहे हैं। हमने लड़कर हराया है। बिहार कीh जनता को चुनना है कि उन्हें लड़ने वालों के साथ रहना है कि लड़कर जीतने वालों के साथ रहना है। आप बिहार के लोग इस बात की चिंता मत कीजिए। बहुत से लोग कह रहे हैं चुनाव कैसे जीता जाएगा? जो ये कह रहा है उसे मालूम नहीं है कि जो मेरा भारी आलोचक है उसे भी पता है कि प्रशांत किशोर को कुछ आता हो या न आता हो चुनाव लड़ाना आता है। जिसका हाथ पकड़ कर चुनाव लड़ाएंगे उसके आगे किसी को टिकने नहीं देंगे। चुनाव इतनी मजबूती से लड़ाएंगे की समझ भी नहीं आएगा। भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी फिर भी नहीं जितने दिए। जिसके साथ आप 30 सालों से हैं 3 साल आप मुझ पर भरोसा कर देखिए बिहार की स्थिति बदलकर रख देंगे।

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