राज्य भर में वकीलों के बैठने के स्थलों की समीक्षा हो और उचित प्रबंध हो

नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो

पटना: बुधवार को पटना सिविल कोर्ट मे बिजली के ट्रांसफार्मर में हुए विस्फोट में व्याहार न्यायालय के एक वकील की मृत्यु और अन्य के घायल होने की घटना से आहत पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आज मुख्य न्यायाधीश के बिनोद चंद्रन से मिल कर वकालत खाने में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार लाने का प्रस्ताव दिया ।
लायर्स एसोसिएशन,बैरिस्टर एसोसिएशन और एडवोकेट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य न्यायधीश से मृत अधिवक्ता के परिवार के लिए आर्थिक मदद की मांग की ।


प्रतिनिधिमंडल में एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह,उपाध्यक्ष श्रीमती छाया मिश्र, लायर्स एसोसिएशन के अक्षरवर सिंह, बार एसोसिएशन के राजीव कुमार सिंह शामिल थे ।
एसोसिएशन के महासचिव जय शंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि समन्वय समिति के पडाधिकारी पटना सिविल कोर्ट,समाहरणालय कोर्ट, सिटी कोर्ट, फतुहा , मसौढ़ी, पालीगंज और दानापुर कोर्ट के वकीलों से बीस मार्च को मिलेंगे तथा इनकी समासायों को दूर करने का प्रयास करेंगे, ये सभी पटना जिला के कोर्ट हैं
समन्वय समिति ने ट्रांसफार्मर विस्फोट में मृत वकील देवेन्द्र कुमार को श्रद्धांजलि दी।

उल्लेखनीय है कि यह घटना हादसा नहीं है । यह मानव कृत कुकृत्य है । न्यायालय का नया भवन या कोई भी सरकारी भवन बनाने के पूर्व क्यों नहीं इस बात का संज्ञान लिया गया जब वकीलों के परिसरों को तोड़ा गया । क्या वकालतखाना प्रशासन व न्यायालय का एक समग्र हिस्सा नहीं है ? इस हृदयविदारक घटना की जितनी कठोर शब्दों में निंदा की जाय वह कम है । हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एवं अन्य न्यायाधीश घटना स्थल के मुयायने के लिए गये , सराहनीय कदम है । सरकार को अब उन्हें निर्देशित करना चाहिए कि राज्य भर में वकीलों के बैठने के स्थलों की समीक्षा हो और उचित प्रबंध हो । पीड़ित परिवार को उनके दुखों को कम करने के लिए जो कुछ भी प्रशासन , न्यायपालिका एवं अधिवक्ता परिषद कर सकते हैं वो आगे बढ़ कर करें, यह हम उनसे अपेक्षा करते हैं !

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