Delhi: दूसरी पुण्यतिथि पर साहित्यकार और प्रशासक भगवती शरण मिश्र याद किए गए

Delhi: दूसरी पुण्यतिथि पर साहित्यकार और प्रशासक भगवती शरण मिश्र याद किए गए
भगवती शरण मिश्र ने अभिव्यक्ति की कला को समृद्ध किया : डॉ.मोहसिन वली
Subhash nigam
नयी दिल्ली; श्री प्रणव मुखर्जी समेत लगातार तीन राष्ट्रपतियों के निजी चिकित्सक रहे डॉ. मोहसिन वली ने जानेमाने साहित्यकार डॉ. भगवती शरण मिश्र को उनकी दूसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि अभिव्यक्ति की कला को सींचने और समृद्ध करने वाला यह लेखक हिन्दी से प्यार करने वालों के लिए अमर है।
 तीन राष्ट्रपतियों सर्वश्री आर वेंकटरमण, शंकर दयाल शर्मा और प्रणव मुखर्जी के निजी चिकित्सक रहे डॉ. वली ने पौराणिक एवं ऐतिहासिक उपन्यासकार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आज कहा,“भगवती शरण मिश्र हिंदी साहित्य और उपन्यास लेखन के दिग्गज लेखक थे। उन्होंने उत्कृष्ट विचारों और अभिव्यक्ति की कला को समृद्ध किया। उन्हें दुनिया भर में याद किया जाएगा क्योंकि उन्होंने हिंदी से प्यार करने वालों के दिल में स्थायी जगह बना ली है। न केवल उन्होंने 100 से अधिक रचनाएँ, उच्च गुणवत्ता वाले उपन्यास, कहांनियां, लेख एवं किवताएं लिखीं बल्कि उनमें से अधिकांश को साहित्यिक रूप से सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। उनकी पुस्तकों में पहला सूरज, पवन पुत्र, पुरुषोत्तम, गोबिंद गाथा और पद्मनेत्रा सबसे लोकप्रिय हैं। उनकी कई सीरीज़ अब कई विश्वविद्यालयों में शोध पाठ्यक्रम में शामिल की जा रही हैं। उनके योगदान के लिए उन्हें हिंदी प्रेमी सदैव याद रखेंगे।”
प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (यूनीवार्ता) के पूर्व समाचार संपादक एवं लेखक दीपक बिष्ट ने डॉ. मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा,“ वह लेखन के आकाश के चमकते सितारे थे। एक सफलतम प्रशासनिक अधिकारी के साथ-साथ साहित्य की दुनिया में अभूतपूर्व योगदान देकर उन्होंने साबित कर दिया कि किसी भी काम को करने के लिए काबलियत के साथ लगन का समागम हो तभी जीत हो सकती है। उनके बारे में कुछ भी कहना सूरज को दीपक दिखाने जैसा होगा। लेखन के क्षेत्र में उन्होंने मुझे अंगुली पकड़र चलाया था, इतना कह सकता हूं।”
 उल्लेखनीय है डॉ. मिश्र का 27 अगस्त 2021 को 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।

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