नवराष्ट्र मीडिया नेशनल ब्यूरो

नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट, 2002) के तहत बिहार की एक कंपनी आदित्य मल्टिकॉम लिमिटेड की 12.96 करोड की संपत्ति को जब्त किया है। इसमें 5.14 करोड़ की अचल व 7.42 करोड की चल (एचडीएफसी खाता) संपत्ति शामिल है। कंपनी के निदेशकों में जगनारायण सिंह व सतीश कुमार सहित उनके परिवार के कुछ सदस्य भी शामिल हैं।

हालांकि ईडी ने इस मामले को बिहार पुलिस की ओर से औरंगाबाद व रोहतास में दर्ज की गई 24 प्राथमिकियों के आधार पर अपने अनुसंधान के हवाले किया है। बिहार पुलिस ने इस मामले में मेसर्स आदित्य मल्टिकॉम प्राईवेट लिमिटेड व कुछ अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की थी। मामले में आरोप था कि ये सभी अवैध बालू खनन के कारोबार में लिप्त थे। इस क्रम में इन्होंने सरकारी खजाने को 249.63 करोड़ का चूना लगाया।

ईडी के अनुसंधान में जानकारी मिली कि औरंगाबाद व रोहतास समेत अन्य बिहार के जिलों में आदित्य मल्टिकॉम की ओर से सिंडिकेट चलाए जा रहे हैं। इस अवैध कार्य को चलाने वाले सिंडिकेट में इस कंपनी के निदेशक गण भी शामिल हैं। अनुसंधान के क्रम में जानकारी मिली कि अवैध बालू-खनन के कारोबार में आदित्य मल्टिकॉम के निदेशकों ने जमकर अवैध पैसे कमाए। इससे पूर्व इस मामले में पीएमएलए के तहत अभियुक्तों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी और इस दौरान 7.10 करोड़ की चल संपत्ति यानी नकदी, एफडी व बैंक खाते शील किए गए थे।

साथ ही आदित्य मल्टिकॉम के निदेशकों को पिछले 16.09.2023 को गिरफ्तार किया गया था और अभी वे सभी न्यायिक हिरासत में हैं। मामले में ईडी की ओर से केस पटना स्थित विशेष पीएमएल न्यायालय में प्राथमिकी पिछले 10.11.2023 को भेजा गया था। फिर न्यायालय ने मामले का संज्ञान लिया। मामले में अनुसंधान जारी है।

जानकारी के मुताबिक आदित्य मल्टिकॉम प्राईवेट लिमिटेड एक निजी कंपनी है जिसे कंपनी रजिस्टार के पास 12 अगस्त 2002 को कोलकता में पंजीकृत किया गया था। इसका स्वीकृत साझा पूंजी 20,000,000 (दो करोड़ रुपये) की है। कंपनी कई पदार्थों के होलसेल का कारोबार करती है। निगमीय कार्य मंत्रालय में कंपनी का बैलेंस शीट 31 मार्च 2021 को दाखिल किया गया था। कंपनी के निदेशकों में जगनारायण सिंह व सतीश कुमार सिंह का नाम सुमार है। कंपनी का पंजीकृत पता 12, वाटरलू स्ट्रीट कोलकाता-700069 है और कंपनी अभी सक्रिय  है।

 

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