चार से पांच करोड़ रुपये के भ्र्ष्टाचार का आरोप, महिला अधीक्षकों को भी प्रताड़ित करने का आरोप 

Yogesh suryawanshi,

सिवनी (m.p.) : डॉक्टर अमर सिंह उड़के सहायक आयुक्त, जिला सिवनी के भ्रष्टाचारों की जांच कर उन्हें निलम्बित करने और अन्यत्र भेजने की मांग मध्य प्रदेश गाँड समाज महासभा, जिला शाखा सिवनी ने की है । महासभा का आरोप है कि जिले में पदस्थ सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके जो कि वर्तमान समय में भ्रष्टाचार के आरोपी हैं और उनके भ्रष्टाचार के कारण सिवनी जिले में छात्राओं के लिए चलाई जा रही योजनाएं भी प्रभावित हुई है। पदस्थ सहायक आयुक्त द्वारा प्रत्येक छात्र पर ₹100 की मांग की गई है जो छात्र छात्रावास में रहकर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

समाचार पत्रों में पूर्ण रूप से इसका उल्लेख किया गया है जिसका ऑडियो भी जमकर वायरल हुआ है । छात्रावास में पदस्थ अधिक्षीकाओ को भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए महासभा ने कहा कि लखनादौन की शिक्षिका ने परेशान होकर आत्मदाह की अर्जी महामहिम राज्यपाल के नाम लिखी है।
कन्या शिक्षा परिसर में छात्रों की सुविधा हेतु दी जा रही राशि 3800 की राशि विभिन्न सामग्री के लिए दी गई किंतु सिर्फ ₹1100 की सामग्री जेम पोर्टल के माध्यम से परिसर में पदस्थ प्राचार्य की आहरण आईडी पासवर्ड मांग कर डिंडोरी की ही तरह शहडोल से सभी सामग्री की बिलिंग की गई। जांच हो तो लगभग 4 से 5 करोड़ का घोटाला उजागर हो सकता है ।

शासन के नियमों का पलीता लगाने का ताजा उदाहरण सहत्यक आयुक्त अमर शिंह उईय्के की शह पर कन्या शिक्षा परिसर में पदस्थ अधीक्षिका सुजाता मडके के कारनामों की जांच लंबित है जिसमें छात्र से ₹35 रुपए प्रति छात्र के स्थान पर ₹50 प्रति छात्र का बिल पास हुआ है और लगभग 7 लाख रुपए की राशि का भुगतान चेक के माध्यम से व्यक्तिगत किया गया जो कि संदेहास्पद है जो भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है । पूर्व में छात्र-छात्राओं द्वारा समस्त समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर से शिकायत की गई थी किंतु सहायक आयुक्त द्वारा छात्राओं को दंड स्वरूप निष्कासित करने की धमकी दी गई। सिवनी में हुई अनुकम्पा और अंशकालीन भर्ती में भी घपला होने की सम्भावना महासभा ने व्यक्त की है और उसकी भी जाँच करने की मांग की है ।

 

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