अररिया में पत्रकार विमल कुमार की हत्या, कलम और कानून की हत्या है : नित्यानंद राय

नीतीश-तेजस्वी सरकार में बिहार की कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त, अपराधियों को मिल रहा जेडीयू-आरजेडी का संरक्षण
vijay shankar
पटना : बिहार के JDU-RJD शासन में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। अपराधी सरेआम अपराध को अंजाम दे रहे हैं। अररिया के रानीगंज में दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार यादव की बदमाशों द्वारा गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई। यह बहुत ही दुखद घटना है और मैं विमल कुमार को अपनी श्रद्धांजलि देता हूं। पत्रकार विमल कुमार की हत्या, कलम और कानून की हत्या है।
एक के बाद एक लगातार होती ऐसी घटनाएं नीतिश-तेजस्वी के राज में बिहार में फेल हो चुके कानून व्यवस्था को दिखाती हैं। ये घटनाएं बताती हैं कि उपद्रवियों और बदमाशों को अब किसी बात का डर नहीं रह गया है तथा राज्य सरकार और जदयू व राजद का अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। कुछ दिन पहले ही पत्रकार विमल कुमार के भाई की हत्या कर दी गई और वह अपने भाई की हत्या का एकमात्र गवाह थे।
नीतीश-तेजस्वी सरकार के एक साल के अंदर लगभग 3000 से ज्यादा हत्याएं, लगभग 500 से ज्यादा दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं। हत्या, लूट, अपहरण, दुष्कर्म की घटनाएं बिहार की कानून व्यवस्था की स्थिति बताती हैं। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार को अपराधियों और बदमाशों को संरक्षण देना बंद करना चाहिए। इस सरकार को न तो बिहार के विकास से मतलब है न लोगों की सुरक्षा से। यह सरकार पूरी तरह फेल है।