हिमाचल में कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों की मदद से बीजेपी का हर्ष महाजन राज्य सभा सदस्य निर्वाचित

नेशनल ब्यूरो

नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव की गिनती पूरी हो गई है। भारतीय जनता पार्टी के आठों प्रत्याशियों को जीत मिली है, जबकि सपा के दो प्रत्याशी जीते हैं। बरेली से सपा विधायक शजिल इस्लाम का वोट अवैध घोषित कर दिया गया है। वहीँ हिमाचल में कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों की मदद से बीजेपी का हर्ष महाजन राज्य सभा सदस्य निर्वाचित हुआ। अभिषेक मनु सिंघवी लॉटरी में हार गए क्योंकि दोनों को चौंतीस, चौंतीस वोट मिले थे। कल शायद सुक्खू सरकार को गिरा कर बीजेपी के जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बन सकते हैं ।

सपा मुखिया अखिलेश यादव मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में मतदान करने विधानभवन पहुंचे। जब उनसे पार्टी विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल का रुख पूछा गया तो जवाब था,’ नहीं दिया होगा वोट, अभी तक तो आई नहीं वो जाने, उनकी अंतरात्मा। किसी की अंतरात्मा के बारे में मैं नहीं जानता।’ हालांकि, पल्लवी आईं भी और उन्होंने सपा प्रत्याशी रामजी लाल सुमन को वोट भी दिया। यह सपा नेतृत्व और उनके विधायकों के बीच समन्वय एवं संवाद के स्तर की बानगी है। प्रबंधन और समन्वय के इसी खेल में नाकामी सपा को राज्यसभा चुनाव में भारी पड़ी है । राज्यसभा की 10 सीटों के लिए हुए मतदान में 395 सदस्यों ने अपने मत का प्रयोग किया. राज्य की 403 सदस्यीय विधानसभा में मौजूदा समय में 399 सदस्य हैं. राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आठ और समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीन उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. भाजपा ने अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को मैदान में उतारा है. स्थानीय उद्योगपति एवं पूर्व सपा नेता सेठ 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे.। भाजपा के सात अन्य उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.पी.एन. सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन हैं. सपा ने अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी एवं उप्र के पूर्व मुख्‍य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को मैदान में उतारा है ।
403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा और सपा सबसे बड़े दल हैं. भाजपा के 252 और सपा के 108 विधायक हैं. सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीट हैं. भाजपा के सहयोगी दलों में अपना दल (सोनेलाल) के पास 13, निषाद पार्टी के पास छह, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पास नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के पास छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास एक सीट है. फिलहाल विधानसभा में चार सीट खाली हैं ।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *