राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ, 1962 के बाद जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीसरी बार पीएम बनने वाले दूसरे राजनेता

 


सुभाष निगम

नयी दिल्ली : नरेन्द्र दामोदर दास मोदी लगातार तीसरी बार भारत देश के प्रधानमंत्री बन गए । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई । नरेंद्र मोदी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने वाले दूसरे नेता बनने का कीर्तिमान स्थापित किया होंगे । पीएम मोदी ने 2014 , 2019 और 2024 में प्रधानमंत्री बने जबकि जवाहरलाल नेहरू ने 1952, 1957 और 1962 के आम चुनावों में जीत हासिल करने के बाद पीएम बने थे । तब कांग्रेस का युग था मगर आज भाजपा का युग आया है । नरेंद्र मोदी के बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली । लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए ने बहुमत हासिल किया है, हालाँकि पीएम बने मोदी की भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला जिसके कारण बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और आन्ध्र प्रदेश के टीडीपी के प्रमुख चन्द्र बाबु नायडू के सहयोग से , जो एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लडे थे , सत्ता पाई ।इस बार के मंत्रिमंडल में 27 ओबीसी और 5 अल्पसंख्यक को स्थान मिला है जबकि एक बड़ी आबादी वाले पटना साहिब से चुनाव जीतकर दुसरी बार सांसद बने कायस्थ समाज के एकमात्र प्रतनिधि रविशंकर प्रसाद को मंत्री नहीं बनाया गया जबकि अन्य जातियों का ख्याल रखा गया । मत्रिमंडल में 6 ब्राह्मण, 3-3 दलित और ठाकुर को जगह मिली है ।

बीजेपी को इस लोकसभा चुनाव में 240 सीटें मिलीं जो बहुमत के आंकड़े से 32 कम हैं । हालांकि, एनडीए को 293 सीटों पर जीत मिली है । लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को बहुमत नहीं मिल सका और पार्टी ने सहयोगी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई । दस सालों में यह पहली बार है जब पार्टी बहुमत के आंकड़े से चूक गई । बीजेपी को 240 सीटें मिली हैं और चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी 16 सांसदों के साथ एनडीए में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. वहीं, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) ने 12 सीटें जीतीं । बीजेपी को 2019 के चुनावों में 303 सीट पर जीत हासिल हुई थी । यह पहला मौका था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अल्पमत में जाने के कारण जंबो जेट मंत्रिमंडल बनाना पड़ा । इस बार प्रधानमंत्री को 72 सदस्य वाला मंत्रिमंडल बनाना पड़ा जिसमें जाति, समाज और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लोगों को मंत्री पद देना । 72 सदस्य मंत्रिमंडल में 25 कैबिनेट मंत्री, 32 राज्य मंत्री, तीन स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री बनाना पड़ा । साथ ही 11 एनडीए के सहयोगी दलों को मंत्रिपद देना पड़ा ताकि सरकार स्थिरता से चलायी जा सके । इससे पहले 2014 में 46 मंत्री बनाये गए थे जबकि 2019 में भी मात्र 58 मंत्री बनाये गए थे । केरल से जीतकर खाता खोलने वाले जार्ज कुरियन को भी मंत्री बनाया गया जबकि पंजाब में भाजपा को मजबूत करने की दृष्टि से लोकसभा चुनाव हराने वाले रवनीत सिंह बिट्टू को , जो पूर्व सीएम बेअत सिंह के पोते है , मंत्री बनाया गया है । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को भी मंत्री पद दिया गया जिससे साफ़ है कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष में बदलाव करेगी ।

पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पकिस्तान को न्योता नहीं भेजा गया जबकि श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे शामिल हुए । पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां शामिल हुईं जिसमें गौतम अडानी, मुकेश अंबानी समेत तमाम उद्योगपति शामिल हुए । इसके अलावा अभिनेता शाहरुख खान, अक्षय कुमार, रजनीकांत समेत तमाम अभिनेताओं ने हिस्सा लिया ।

चाय पर शामिल हुए सांसद

शपथ ग्रहण से पहले पीएम मोदी ने संभावित मंत्रियों के साथ चाय पर चर्चा की । इस दौरान पीएम मोदी ने 100 दिन के रोडमैप पर चर्चा की और उसे लागू करने के निर्देश दिए । पीएम मोदी ने बैठक के दौरान कैबिनेट के अपने साथियों से कहा कि 100 दिन के एजेंडे की कार्ययोजना को जमीन पर उतारना है और पेंडिंग योजनाओं को पूरा करना है । मंत्री बनने वाले सभी नेता इसमें शामिल हुए ।

मोदी मंत्रिमंडल में शामिल लोग

पीएम नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, मनोहर लाल खट्टर, एचडी कुमारस्वामी, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, जीतनराम मांझी, ललन सिंह, सर्बानंद सोनोवाल, वीरेंद्र खटीक, के राममोहन नायडू, प्रहलाद जोशी, गिरिराज सिंह, जुएल ओराम, अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, अन्नपूर्णा देवी, किरेन रिजिजू, हरदीप पुरी, मनसुख मांडविया, जी किशन रेड्डी, चिराग पासवान, सीआर पाटिल है । शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की जबकि वे इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं । वे इस बार मध्य प्रदेश की विदिशा से लोकसभा चुनाव जीते हैं । मनोहरलाल खट्टर भी पहली बार कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की । वे 9 साल तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे । खट्टर हरियाणा की करनाल से पहली बार सांसद चुने गए हैं । एचडी कुमारस्वामी- कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री हैं । पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे हैं और वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं । तीसरी बार लोकसभा सांसद बने हैं । जेपी नड्डा की एक बार फिर मोदी कैबिनेट में वापसी हुई है । वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं । 2014 में मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे । हिमाचल सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे हैं, हालांकि, 2019 की मोदी कैबिनेट में उन्हें जगह नहीं मिली थी । राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह एनडीए के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड के नेता हैं. जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं । वे मुंगेर से सांसद चुने गए हैं और पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं । के राममोहन नायडू- आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम से सांसद हैं, पूर्व मंत्री येरेन नायडू के बेटे हैं । इस बार सबसे युवा कैबिनेट मंत्री हैं और उनकी उम्र 36 साल है । जुएल ओराम ओडिशा के सुंदरगढ़ से सांसद चुने गए हैं । अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके हैं । छठी बार सांसद चुने गए हैं । बड़े आदिवासी चेहरे के तौर पर पहचाने जाते हैं । जीतनराम मांझी पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं । वे एनडीए गठबंधन के सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता हैं । बिहार के पूर्व मुख्यंत्री रहे हैं । दलित समुदाय से आते हैं और पहली बार सांसद बने हैं । चिराग पासवान- बिहार के हाजीपुर से सांसद हैं. एनडीए के सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी- रामविलास के नेता हैं । पहली बार केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है । सीआर पाटिल पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं. उनकी उम्र 59 साल है । गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष हैं और नवसारी सीट से सांसद चुने गए हैं । लगातार चौथी बार चुनाव जीते हैं । 2019 में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाया था । प्रताप राव जाधव ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली । जाधव महाराष्ट्र की बुलढाणा सीट से सांसद हैं और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं । तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीते हैं और पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं । जयंत चौधरी एनडीए की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष हैं । उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं और पहली बार केंद्र में मंत्री बनें । पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते हैं । जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से सांसद हैं । 2021 में कांग्रेस से बीजेपी में आए । मनमोहन सिंह सरकार में भी मंत्री रहे । पहली बार मोदी कैबिनेट में शामिल हुए हैं । रामनाथ ठाकुर बिहार से राज्यसभा सांसद हैं. भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं. एनडीए की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के नेता हैं और अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं. पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं । सोमन्ना कर्नाटक की तुमकुर सीट से सांसद हैं और पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं । सुरेश गोपी केरल की त्रिशूर सीट से सांसद हैं । केरल से बीजेपी के पहले सांसद हैं । मलयालम फिल्मों के चर्चित एक्टर हैं । पहली बार मंत्री बन रहे हैं । पी चंद्रशेखर देश के सबसे अमीर सांसद हैं । आंध्र प्रदेश के गुंटूर से पहली बार लोकसभा चुनाव जीते हैं । पहली बार ही केंद्र में मंत्री बन रहे हैं । कीर्तिवर्धन सिंह उत्तर प्रदेश की गोंडा से सांसद हैं । पहली बार मंत्री बन रहे हैं । पांचवीं बार के सांसद हैं.। पूर्वांचल में बीजेपी के बड़े नेता माने जाते हैं । अजय टम्टा उत्तराखंड के अल्मोड़ा से सांसद चुने गए हैं और पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं । बंदी संजय कुमार तेलंगाना के करीमनगर से सांसद हैं और पहली बार मंत्री बने हैं । बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं और तेलंगाना बीजेपी प्रमुख रह चुके हैं । कमलेश पासवान उत्तर प्रदेश के बांसगांव से सांसद चुने गए हैं । लगातार चौथी बार चुनाव जीते हैं और पहली बार मंत्री बन रहे हैं । भागीरथ चौधरी राजस्थान के अजमेर से सांसद चुने गए हैं । जाट समुदाय से आते हैं और पहली बार मंत्री बनाए गए हैं । सतीश दुबे बिहार से राज्यसभा सांसद हैं और 2014 में लोकसभा सांसद चुने गए थे और पहली बार केंद्र में मंत्री बनाए गए हैं । संजय सेठ पहली बार मंत्री बने हैं । झारखंड के रांची से सांसद हैं । राजनीति में आने से पहले उद्योगपति थे और लगातार दूसरी बार चुनाव जीते हैं । रवनीत बिट्टू- फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं । पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं और तीन बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं । चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए । पहली बार मोदी सरकार में मंत्री बने हैं । दुर्गादास उइके- मध्य प्रदेश के बैतूल से लोकसभा सांसद हैं. आदिवासी समाज से आते हैं और पहली बार केंद्र में मंत्री बने । रक्षा खडसे- महाराष्ट्र की रावेर सीट से सांसद चुनी गई हैं और महाराष्ट्र के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे की बेटी हैं । पहली बार केंद्र में मंत्री बनीं । सुकांत मजूमदार- पश्चिम बंगाल की बलूरघाट सीट से सांसद चुने गए हैं । पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष हैं और लगातार दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीते हैं । पहली बार मंत्री बनाए गए हैं । सावित्री ठाकुर- मध्य प्रदेश के धार से लोकसभा सांसद हैं । दूसरी बार चुनाव जीती हैं और आदिवासी समाज से आती हैं । जिला पंचायत से राजनीति की शुरुआत की और अब पहली बार मंत्री बनी हैं । तोखन साहू पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं और छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से लोकसभा सांसद चुने गए हैं । राजभूषण निषाद बिहार के मुजफ्फरपुर से सांसद हैं । कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे । ओबीसी समुदाय से आते हैं.पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं । भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा आंध्र प्रदेश के नरसापुरम से सांसद हैं । पहली बार लोकसभा चुनाव जीते हैं और बूथ कार्यकर्ता के पद से राजनीति की शुरुआत की और पहली बार मंत्री बनाए गए हैं । हर्ष मल्होत्रा- पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सांसद चुने गए हैं । पहली बार सांसद बने हैं और पहली बार ही मंत्री परिषद में जगह मिली है । पार्षद से राजनीति की शुरुआत की और पूर्वी दिल्ली के मेयर भी रहे । निमूबेन बांभनिया- गुजरात की भावनगर सीट से जीती हैं. पहली बार मंत्री बनाई गई हैं । मुरलीधर मोहोल – महाराष्ट्र के पुणे से लोकसभा सांसद चुने गए हैं. पुणे के मेयर रह चुके हैं । पहली बार चुनाव जीते हैं और मंत्री बनाए गए हैं । जॉर्ज कुरियन- किसी सदन के सदस्य नहीं हैं । केरल बीजेपी के महासचिव हैं और ईसाई समुदाय से आते हैं । अल्पसंख्य आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष हैं । पबित्रा मार्गरिटा- असम से राज्यसभा सांसद हैं और पहली बार केंद्र में मंत्री बन रहे हैं । स्थानीय फिल्म में अभिनेता रह चुके हैं.।

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