एनडीए में चिराग पासवान को महत्व देने और सीट नहीं मिलने से नाराज पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से दिया इस्तीफा,
राजद के नजदीक जाने की चर्चा
विश्वपति
नव राष्ट्र मीडिया
पटना ।
बिहार एनडीए में सीट शेयरिंग के बाद नाराज चल रहे केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने आज मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि बहुत ईमानदारी और वफादारी से एनडीए की सेवा की । लेकिन मेरे और पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई, इसलिए आज केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देता हूं। राजद ने उनके इस्तीफा का स्वागत किया है। लालू प्रसाद ने भी यहां संकेत दिया कि राजद उनके अगले कदम का इंतजार करेगा । वैसे महागठबंधन में उनके लिए भी स्थान है।
इधर, पशुपति कुमार पारस ने कहा, इस्तीफा भेज चुका हूं, कहा कि बहुत ईमानदारी और वफादारी से एनडीए की सेवा की।
आज भी पीएम मोदी का शुक्रगुजार हूं, लेकिन मेरे और पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई, इसलिए आज केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देता हूं ।पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत करके अगले कदम की जानकारी दूंगा. बता दें कि बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे में पशुपति पारस के खाते में एक भी सीट नहीं आई है।
पशुपति पारस इस बात से भी नाराज थे कि सीट शेयरिंग की घोषणा से पहले उनसें बीजेपी के किसी बड़े नेता ने बात नहीं की, जबकि चिराग पासवान से अमित शाह और जेपी नड्डा की बात हुई । पशुपति केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद इंडिया गठबंधन के संपर्क में हैं, पशुपति आज शाम पटना पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से होनी है।
एनडीए ने सोमवार को सीट शेयरिंग की उसमें पारस की पार्टी को एक भी सीट नहीं दी थी। उनके पार्टी को दी गई सीटें चिराग पासवान को दे दी गई। उनके पार्टी के दो सांसद वीणा देवी और महबूब अली कैसर तो चिराग के साथ चले गए । लेकिन नवादा सांसद चंदन कुमार और पारस के भतीजे प्रिंस राज अब भी पारस के साथ बने हुए है जो अब एनडीए से आउट हो गए है। अपने पार्टी पर आये राजनीतिक संकट के बीच पारस के पास अब लालू यादव के साथ जाने का ही राजनीतिक विकल्प बचा हुआ है। अपनी पार्टी को बचाने के लिए अगले एक दो दिनों में पारस कोई बड़ी घोषणा कर सकते है।
जदयू को बिहार में बड़ा झटका, पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने दिया इस्तीफा, राजद में करेंगे घर वापसी
दरभंगा से सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव मो० अली अशरफ फातमी ने JDU के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। फातमी ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजे पत्र में कहा कि मैं नैतिक मूल्यों की रक्षा हेतु जनता दल यूनाइटेड के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। एनडीए में सीट बंटवारे की वजह से नाराज चल रहे फातमी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि वो जल्द ही घर वापसी करते हुए फातमी आरजेडी
में शामिल हो सकते है। मधुबनी और दरभंगा की सीट बीजेपी के पास जाने से नाराज चल रहे फातमी ने जेडीयू छोड़ दिया है। वो आरजेडी के टिकट पर मधुबनी से चुनाव लड़ सकते है।
2019 लोकसभा चुनाव से पहले भी फातमी ने आरजेडी से इस्तीफा दे दिया था और जेडीयू की सदस्यता ले ली थी। पांच साल के अंदर ही उन्होने घर वापसी कर ली है। 2019 में टिकट कटने से नाराज फातमी ने मधुबनी से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था और बाद में जेडीयू की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। उस समय फातमी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि तेजस्वी की जितनी उम्र नहीं है उससे ज्यादा समय से मै राजनीति कर रहा हूं। उस समय गठबंधन के तहत मधुबनी की सीट मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को चली गई थी।