नवराष्ट्र मीडिया नेशनल ब्यूरो

नई दिल्लीः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शिवमोगा आईएसआईएस साजिश मामले में एक आरोपी के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। साथ ही दो पूर्व आरोपियों के खिलाफ मंगलुरु में दिवारों पर प्रतिबंधित आतंकी संगठनों आईएसआईएस, लश्कर-ए-तैयबा व तालिबान के समर्थन में नारे लिखने का अतिरिक्त आरोप का गठन भी किया है।

अपने दूसरे पूरक आरोप-पत्र में एनआईए ने अरफतह अलि के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है, वहीं मोहम्मद शारिक व माज मुनीर अहमद के खिलाफ RC-46/2022/NIA/DLI में  अतिरिक्त आरोप का गठन किया है। गौरतलब है कि अराफतह ने अन्य आरोपियों को पैसे देकर अपने गिरोह में शामिल किया और उनसे दिवारों पर उक्त आतंकी संगठनों के खिलाफ नारे लिखवाए। जब वह 14 सितंबर 2023 को केन्या से देश लौटा तो उसे नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।

इससे पूर्व वह किसी अन्य मामले (अल-हिंद मोड्यूल केस जिसमें उस पर दो फरार अभियुक्त अब्दुल मतीन ताहा और मुसव्वीर हुसैन शाजेब के साथ शागिर्दगी का आरोप है) में रफ्तारी के डर से दुबई भाग गया था।

एजेंसी की ओर से किए गए जांच के मुताबिक ताहा और शाजेब के निर्देश पर ही पर मोहम्मद शारिक और माज मुनीर को दिवारों पर नारे लिखने के लिए उकसाया गया था।

जांच में यह जानकारी भी मिली कि अरफतह क्रिप्टो करेंसी में फंड पाकर लोगों को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पैसे देता था। एजेंसी ने इससे पूर्व नौ आरोपियों के खिलाफ इस मामले में आरोप-पत्र दाखिल कर चुकी है। मामले में अनुसंधान जारी है।

 

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