मनीष कुमार

801 वा रैंक लाकर बनी ऑफिसर,परिवार में है खुशी का माहौल जिले का किया नाम रौशन

रिया ने कहा घर में शुरू से ही अधिकारियों का माहौल था इसलिए सफलता और लगन से सारी चीज हासिल की जा सकती है।

 

मुंगेर : दरअसल सदर प्रखंड की तारापुर दियारा पंचायत स्थित महेशपुर गांव निवासी बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर छवि शंकर सिंह की पुत्री रिया कुमारी(23 वर्षीय ) ने पहले ही प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित 67वीं परीक्षा में 801वा रैंक लाकर सफलता प्राप्त कर महेशपुर का नाम रोशन किया। रिया को 801 वां रैंक मिला है। रिया का चयन श्रम संसाधन विभाग में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के पद पर किया गया है। उसके चयन से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। रिया के दादा स्व०ब्रह्मदेव नारायण सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे। अपने माता-पिता की दो पुत्रियों में रिया बड़ी है। रिया की प्रारंभिक शिक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल पूरबसराय मुंगेर से हुई है। वह बचपन से ही पढ़ने में मेधावी थी।सीबीएससी की दसवीं की परीक्षा में उसे 98 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ था। उसने इंटर की पढ़ाई जननायक कर्पूरी कॉलेज हवेली खड़गपुर से पूरी की। इसके पश्चात स्नातक की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय के पटना कॉलेज से की तथा इतिहास से ऑनर्स किया। उसने पटना तथा दिल्ली में रहकर बीपीएससी की तैयारी की तथा पहले ही प्रयास में उसे सफलता प्राप्त हुई। रिया की सफलता पर ग्रामीण सहित अन्य लोग रिया तथा उसके माता-पिता को बधाई दी। रिया कहती है हमारे घर में शुरू से अधिकारी का माहौल था जिसके कारण बचपन से अधिकारी बनने के ललक थी इसको लेकर मैनें तैयारी की और आज पहली प्रयास से सफल हो गई।
रिया कुमारी ने बताई हमे घर के परिवार से पूरी सपोट मिलाता रहा हमारी दादी स्व वेजेन्ति देवी ने बचपन से हमे खूब मानती थी जब हम स्कूल डीएवी जाते थे मुंगेर तो घर से सड़क तक रिक्सा की व्यवस्था करती थी तब एनएच 80 सड़क पर बस पर से सवार होकर स्कूल जाती थी।हमारे दादा स्व ब्रह्मदेव नरायन सिंह सबतंत्रता सेनानी थे दादा जी के गुजरने जे बाद दादी जी को सम्मानित किया जाता था 26 जनबरी और 15 अगस्त को मुंगेर के पोलो मैदान में झंडोत्तोलन में दादी मुझे ले जाती थी वहां ऑफिसरों को देख कर मुझे प्रेणना मिली और मै पढ़ाई पर ध्यान देने लगी,दादी मुझे बचपन से ही न्यूज़ पेपर पढ़ाती थी उससे भी मुझे पढ़ने की चाह जगी और माँ पापा का सपोट मुझे मिला और मै ठान ली एक ना एक दिन मुझे ऑफिसर बनना है और आज मै यह सफलता पहली बार मे हासिल कर ली।

वही रिया की बुआ शरत सिंह ने कही की हमारे परिवार में सभी लोग ऑफिसर है मेरे एकभाई डीएसपी है तो दूसरे भाई एएसआई मेरे भाई छबि सिंह की दो बेटी ही है एक रिया जो आज bpsc निकाली है दूसरी बेटी लॉ कर रही है आज के जमाने मे बेटा बेटी में कोई फर्क नही रखना चाहिए जैसे बेटा है वैसे बेटी को भी वही नजर से लोगो को देखना चाहिए बेटी आज जे समय मे बेटा से ज्यादा नाम रौशन कर रही है हम समाज से कहते है आप भी अपनी बेटी को खूब पढ़ाव जो आगे जाकर नाम रौशन करे।

वही रिया के पिता छबि सिंह जी पैसे से बिहार पुलिस में एएसआई है और औरंगाबाद जिले में कार्यरत है।यह कहते है हमे दो पुत्री ही है और हम पुत्र और पुत्री में कोई फर्क नही समझा हमने बेटी को शुरू से ही पढ़ाई पर जोड़ दिया और बेटी भी मेरी मेरे साथ खड़ा उतरी जो आज यह सफलता हासिल कर परिवार और जिले का नाम रौशन की है ,इस सफलता की बधाई हमारे परिवार के लोग तो दे ही रहे है मगर पूरे गांव जिलेभर से भी बधाई मिल रही है आज मै बहुत खुश हूं मुझे गर्ब है मेरी बेटी नही मुझे दो बेटा है,मै छोटी बेटी को भी लॉ करब रहा हु पंजाब से वह भी एक दिन बड़ी सफलता हासील कर मेरे नाम रौशन करेगी।मै समाज को सन्देश देता हूं आप भी बेटा बेटी में फर्क ना करे बेटी को खूब पढ़ाई करवा कर उसे एक काबिल ऑफिसर बना दे ताकि आने बाले दिनों ने उसे भी अपने परिवार पर गर्व महसूस हो।

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