शहादत संगोष्ठी : जगदेव प्रसाद आज ज्यादा प्रासंगिक है
विजय शंकर
पटना :. समाज के सभी वर्गों के अधिकांश 90% लोग शोषित हैं और इन सबों की समस्याएं समान है. सभी शोषितों को जाति और धर्म की दीवार को तोड़ते हुए संगठित होकर 10% शोषक लोगों के खिलाफ लड़ना होगा. आर्थिक गैर बराबरी से ही सामाजिक गैर बराबरी भी होता है.आज के दौर में धन के बढ़ते महत्व की वजह से शोषण भी काफी बढ़ता जा रहा है, इसलिए वर्तमान समय में जगदेव बाबू के विचार और सिद्धांत ज्यादा प्रासंगिक है. उक्त बातें आज जन अधिकार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा ने पार्टी के राज्य कार्यालय में आयोजित अमर शहीद जगदेव प्रसाद की शहादत संगोष्ठी में कही.
जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश अध्यक्ष आजाद चांद की अध्यक्षता में आयोजित इस शहादत संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता पूर्व विधायक भाई दिनेश ने कहा कि जगदेव बाबू को जितना सम्मान मिलना चाहिए उनको वर्तमान सरकार ने नहीं दिया. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू ने कहा कि जगदेव बाबू सामाजिक व सांस्कृतिक गैर बराबरी के खिलाफ बगावती तेवर के कारण बिहार लेनिन के रूप में जाने जाते थे. पार्टी के प्रदेश महासचिव सत्येंद्र पासवान ने कहा कि जगदेव बाबू कहते थे कि हमारी पीढ़ी को शहादत देनी होगी तभी अगली पीढ़ी को राज करने का मौका मिलेगा और वास्तव में उनकी शहादत के बाद ही आज देश के कई राज्यों में सामाजिक न्याय की सरकार है.
पार्टी के प्रदेश महासचिव अरुण कुमार सिंह, आनंद सिंह, कमलेश कुमार सिंह, युवा परिषद के प्रदेश महासचिव रतिकांत कुमार उर्फ ललन सिंह, पप्पू ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष यश शेखर, युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष तोराब नियाजी, छात्र परिषद नेता नीतीश कुमार,युवा परिषद नेता अमरनाथ शाह अमित रंजन जायसवाल,विवेक कुमार यादव आदि ने भी अपने विचार प्रकट किए.