navrashtra media bureau
पटना :बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि देश का मौजूदा विपक्ष एनडीए गठबंधन को चुनौती देने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास जनता को गरीबी से मुक्ति दिलाने और भारत को विकसित देश बनाने के लिए ठोस कार्ययोजना या कोई नीति नहीं है, जिसे जनता के बीच वो रख सकें। वो केवल नकारात्मक प्रचार, झूठ और तुष्टीकरण के सहारे मतदाताओं को झांसे में लाने की मंशा पाले हुए हैं लेकिन उनकी यह कोशिश सफल नहीं होगी। क्योंकि देश की जागरूक जनता पुनः भ्रष्टाचारियों एवं परिवादी पार्टियों पर भरोसा करने के मूड में नहीं है। बड़ी मशक्कत से देश इनके चंगुल से बाहर निकला है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि विपक्षी गठबंधन के घटक दलों में एक दूसरे के प्रति ही घोर अविश्वास का भाव पनप चुका है। गठबंधन में रहते पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती ममता बनर्जी ने बीते दिनों स्वयं इस बात को कहा कि काँग्रेस पार्टी 2024 लोकसभा चुनाव में 40 सीट भी नहीं जीत पाएगी, वहीं दूसरी ओर बिना सीट बंटवारे के समाजवादी पार्टी ने उ.प्र. में अपने उमीदवारों का ऐलान कर दिया। आम आदमी पार्टी तो पंजाब और दिल्ली में काँग्रेस को सीट देने के लिए राजी तक नहीं है। पश्चिमी उ.प्र. की राजनीति में खास प्रभाव रखने वाले जयंत चैधरी का भी काँग्रेस और सपा से मोह भंग हो चुका है।
यह सारा प्रकरण इस बात को दर्शाता है कि देश में विपक्षी गठबंधन नाम की अब कोई चीज नहीं बचीं, ये तमाम राजनीतिक दल पीठ पीछे एक दुसरे को समाप्त करने की कोशिश में लगे हुए हैं। आज जिस प्रकार की स्थिति बनी हुई है उससे लगता है कि ये विपक्षी गठबंधन के घटक दल आपसी समन्वय बनाने में कभी सफल नहीं होंगे। साथ ही श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि विपक्ष में आत्मविश्वास का अभाव है और चुनाव से पहले ये अपनी हार स्वीकार चूकें है। आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन आसान और एतिहासिक जीत दर्ज करेगी। दूर-दूर तक एनडीए के लिए कहीं कोई चुनौती नहीं है।