विजय शंकर
पटना : चारा घोटाला के मामले में न्याय पालिका के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जद(यू०) प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि माननीय ‘लालू प्रसाद’ पहले से सजायाफता, ‘फिर दोषी करार’ स्वाभाविक प्रक्रिया है ।
माननीय लालू प्रसाद के राजनैतिक जीवन में 1997 से भ्रष्टाचार के मामले में जेल में रहने का अनुभव रहा है और अबतक सात बार जेल यात्रा कर चुके हैं एवं आठवां प्रस्तावित है ।
न्यायपालिका के फैसले से यह पुष्टि होता है कि परिवारवाद और परिवार के लिए अनैतिक रूप से धन संग्रह करना अपराध है साथ ही साथ एक तरफ दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक का नारा लगाकर ढोंग रचने वाले केवल और केवल अपने परिवार के लिए जीते हैं ।
जमानत और दाषी करार होना यह आपके राजनैतिक जन्मपत्री का जनता के लिए शुभ-ग्रह और व्यक्तिगत रूप से माननीय लालू प्रसाद के लिए अशुभ-ग्रह है ।
माननीय लालू प्रसाद जी के भ्रष्टाचार के लिए न्यायालय का यह अंतिम फैसला नहीं है बल्कि पशु पालन से भी बड़ा लगभग 25 हजार करोड़ का IRCTC घोटाला जिसमें तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी भी अभियुक्त हैं, में चार्जसीट हो चुका है । इस मामले में भी न्यायपालिका का आनेवाला फैसला प्रतिक्षा सूची में है ।