अबन्दोबस्त जलकरों की बन्दोबस्ती अब खुली डाक से की जायेगी
विजय शंकर
पटना : जनता दल (यू0) के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द निषाद ने बताया की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विशेष पहल से मछुआ समुदाय के हित में बिहार जलकर प्रबंधन अधिनियम 2006 को लागू किया गया है जिसे वर्ष 2007, 2010 एवं 2018 में आवश्यक संशोधन किये गये, जिसमें स्पष्ट है कि सरकारी जलकरों की बंदोबस्ती मत्स्यजीवी सहयोग समितियों के साथ ही की जायेगी। मत्स्यजीवी सहयोग समिति के अवक्रमित होने की अवस्था में समिति के सदस्यों के साथ सीमित डाक से की जायेगी, इन दोनों प्रक्रिया के उपरांत अबन्दोबस्त जलकरों की बन्दोबस्ती खुली डाक से की जायेगी।
वर्ष 2005 से अबतक कुल 39950 मत्स्य पालकों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें 11986 मत्स्य पालकों को राज्य के बाहर तथा 26198 मत्स्य पालकों को राज्य के अंदर प्रशिक्षण दिया गया।
2005 के उपरांत विभिन्न नई मात्स्यिकी योजनाओं का सुत्रण किया गया जिसमें नया तालाब का निर्माण, रियरिंग तालाब का निर्माण, नर्सरी तालाब का निर्माण, मत्स्य बीज हैचरी इनपुट की योजना, मत्स्य विपणन हेतु मोपेड-सह-आईस बाॅक्स, थ्री व्हीलर, फाॅर व्हीलर वाहनों को 90 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराया जा रहा है। आर्द्रभूमि का विकास, जलाशय एवं आर्द्रभूमि में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचयन, अलंकारी मात्स्यिकी योजना, बायोफ्लाॅक एवं रिस्कुलेटरी एक्वाकल्चर में मत्स्य पालन की योजना।
वित्तीय वर्ष 2004-05 तक इस विभाग की कुल योजना का आकार रू2.07 करोड़ का बजट उपबंध था जो वित्तीय वर्ष 2021-22 में बढ़कर रू384 करोड़ हो गया है। अर्थात् योजना के आकार में 100 गुणा वृद्धि हुई है।
वित्तीय वर्ष 2004-05 में राज्य का कुल मत्स्य उत्पादन 2.67 लाख मैट्रिक टन था वर्ष 2020-21 में बढ़कर 6.83 लाख मैट्रिक टन हो गया है।
रिवर रैंचिंग कार्यक्रम के तहत गंगा नदी में 40,000 हजार मत्स्य अंगुलिकाओं का संचयन किया गया है जिससे मत्स्य उत्पादन में अभिवृद्धि होगी साथ ही मत्स्य कृषकों के जीविकोपार्जन में भी बढ़ोतरी होगी।
2005 के पूर्व राज्य में सिर्फ देशी मछलियों का उत्पादन होता था वहीं अब पंगेशियस, महाझींगा तथा विभिन्न प्रकार के बचवा, जयंती रोहु, उन्नत कतला, केवई, तिलापिया आदि मछलियों का उत्पादन वैज्ञानिक पद्धति एवं तकनीकी समावेश से किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने वर्ष 2008 में विलुप्त हो रहे औषधीय गुणों से भरपुर मांगुर मछली को राजकीय मछली घोषित किया।
श्री निषाद ने कहा कि लालू-राबड़ी शासन काल में तेजस्वी यादव बाल्यकाल में थे आपकों मालूम नहीं है कि राजद के दौड़ में जलकरों पर जबरदस्ती अवैध कब्जा राजद समर्थकों के द्वारा हथियार के बल पूर्वक कर लिया जाता था। तेजस्वी यादव विदेशी कम्पनी मार्का जूता पहन कर मत्स्य पालन का ढोंग कर रहे थे। लालू-राबड़ी एवं तेजस्वी यादव मत्स्यजीवियों एवं मल्लाहों के साथ सदा तिरष्कार एवं अपमान का इतिहास रहा है। राजद मत्स्यजीवी समाज को मोबाईल का कूपन समझती है। मल्लाह समाज तेजस्वी यादव को अगले 5 वर्षो का टाॅकटाइम खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास एवं नीतियों से प्रभावित हो कर मत्स्यजीवी एवं मल्लाह समाज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ है।